कॉन्वेजीनियस ने हिमाचल प्रदेश में एआई-बेस्ड पर्सनलाइज्ड असेसमेंट्स लॉन्च किया

Updated on 27-Jul-2023
HIGHLIGHTS

भारत का तेजी से बढ़ता एड-टेक सोशल एंटरप्राइज कन्वेजीनिय ने किफायती दरों पर लर्निंग गैप को दूर करने के लिए टेक्नोलॉजी का लाभ उठाया है।

पिछले सप्ताह की स्थिति में कॉन्वेजीनियस एक मिलियन छात्रों तक पहुंच गया है

न्होंने हिमाचल के शिक्षा विभाग के साथ-साथ व्यापक प्रभाव पैदा करने के लिए राज्य के साथ काम करने वाली काउंसिलिंग इकाई समग्र से पार्टनरशिप की है

भारत का तेजी से बढ़ता एड-टेक सोशल एंटरप्राइज कन्वेजीनिय ने किफायती दरों पर लर्निंग गैप को दूर करने के लिए टेक्नोलॉजी का लाभ उठाया है। पिछले सप्ताह की स्थिति में कॉन्वेजीनियस एक मिलियन छात्रों तक पहुंच गया है। उन्होंने हिमाचल के शिक्षा विभाग के साथ-साथ व्यापक प्रभाव पैदा करने के लिए राज्य के साथ काम करने वाली काउंसिलिंग इकाई समग्र से पार्टनरशिप की है। यह पार्टनरशिप एआई-बेस्ड असेसमेंट, प्रैक्टिस टेस्ट और पर्सनलाइज्ड लर्निंग प्रदान करने में सक्षम है।

वैश्विक महामारी और लंबे समय तक लॉकडाउन ने पूरे देश में स्कूली बच्चों सहित शिक्षा को देखने के नजरिये में व्यापक बदलाव आया है। लाइव वीडियो क्लासेस अब नया नॉर्मल है और रिमोट टीचिंग व लाइव क्लासेस के जरिये सीखना कई राज्यों के सरकारी स्कूलों के लिए आसान नहीं है।

तीन अलग-अलग हितधारकों के इस सहयोग के जरिये हिमाचल प्रदेश राज्य में रिमोट लर्निंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का प्रयास किया जा रहा है और यह क्षेत्र के छात्रों के लिए एजुकेशन इक्विटी और हासिल करने योग्य परिणामों को बढ़ावा देकर लर्निंग और स्किल के गैप को कम करने में मदद करेगा। कॉन्वेजीनियस का पर्सनलाइज्ड और एडॉप्टिव लर्निंग प्लेटफार्म छात्रों को व्यक्तिगत और प्रासंगिक नजरिये से सीखने में मदद करता है जो छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की आवश्यकताओं पर फोकस करता है, एक प्रणालीगत शैक्षणिक बदलाव में मदद करता है।

एआई-इनेबल्ड सॉल्युशन व्हाट्सएप और अन्य मौजूदा ऐप्स पर चल रहा है, और सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए मजबूत ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम ने यह सुनिश्चित किया है कि स्कूल बंद होने से उनकी सीखने की प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। कॉन्वेजीनियस द्वारा विकसित प्रोग्राम में इस्तेमाल किया गया व्हाट्सएप बॉट, एआई बॉट्स का पहला उदाहरण है, जो सीखना जारी रखने के लिए सरकारी स्कूलों में इतने व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है।

प्रेरक पहल पर कॉन्वेजीनियस के सह-संस्थापक जयराज भट्टाचार्य और शशांक पांडे ने कहा, “कोविड-19 महामारी में अपनी प्रतिक्रिया के हिस्से के रूप में हमारे संगठन ने बी2सी रणनीति अपनाई है ताकि वह इस कठिन समय और संकट को जवाब दे सके। हम टेक्नोलॉजी-बेस्ड असेसमेंट प्रदान करने के लिए समग्र और हिमाचल राज्य के साथ साझेदारी कर खुश हैं जो हिमाचल के छात्रों को एआई-बेस्ड शिक्षा प्रदान करने के लिए हमारे लॉन्च की रीढ़ बनेगी। अब तक मिली प्रतिक्रिया अप्रत्याशित रही है और एक हफ्ते में 31 हजार शिक्षकों और 100,000 छात्रों ने रजिस्टर किया है।"

उन्होंने आगे कहा, “हम अगले 5 महीनों में 5 मिलियन छात्रों के लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। हम राज्य के छात्रों के लिए असेसमेंट और डाउट्स क्लीयरिंग को ऑटोमेट करने के लिए एआई-बेस्ड सुविधाओं की एक सीरीज शुरू करेंगे।”

इस नई साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, समग्र के सह-संस्थापक अंकुर बंसल ने कहा, “लॉकडाउन के दौरान, राज्य सरकार ने होम लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए सर्वव्यापी व्हाट्सएप-बेस्ड चैटबॉट के माध्यम से #हरघरपाठशाला प्रोग्राम शुरू किया है, ताकि यह जाना जा सके कि इन प्रयासों से छात्र कितना सीख, समझ पा रहे हैं। जमीनी स्तर पर डेटा के इस्तेमाल को लेकर स्पष्टता और सहयोग के लिए भी काम कर रहे हैं। हमने छात्रों तक पहुंचने के लिए और इस प्रोग्राम को हिमाचल में एक क्रांति बनाने के लिए कई समुदायों को शामिल किया है। हिमाचल प्रदेश के छात्रों की ओर से हम इस यात्रा को सार्थक, मजेदार और लर्निंग से भरपूर बनाने के लिए अपने एडटेक पार्टनर कॉन्वेजीनियस के आभारी हैं।"  

इस विचारशील शिक्षण पहल के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के डीपीओ और डाइट प्राचार्य देवेंदर सिंह चौहान ने कहा, “एआई-बेस्ड चैटबॉट असेसमेंट में ऊना जिले में 4,000 से अधिक छात्रों की भागीदारी देखी गई। यह अपनी तरह का पहला असेसमेंट था और यह हमारे छात्रों के लिए सुखद और आकर्षक अनुभव था क्योंकि गणित और हिंदी से संबंधित 70% से अधिक समस्याओं और प्रश्नों को सही ढंग से हल किया गया था। मैं इस लॉकडाउन के दौरान छात्रों को सीखने और बढ़ने में मदद करने के लिए नए इनोवेशन लाने के लिए शिक्षा विभाग को बधाई देना चाहता हूं।"

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