केंद्र सरकार ने टैक्स भरने वालों को चेतावनी दी है कि “PAN 2.0” कार्ड के नाम पर एक नया फिशिंग अटैक चलाया जा रहा है. इसमें लोगों को ईमेल भेजकर फर्जी तरीके से अपग्रेडेड पैन कार्ड देने का दावा किया जा रहा है. सरकार ने इस तरह के ईमेल को धोखाधड़ी से जुड़ा बताया है और जनता से अपील की है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें.
इन फर्जी ईमेल्स में “PAN 2.0 Cards” नाम से मेल भेजा जा रहा है, जो कि info@smt.plusoasis.com जैसे एड्रेस से आते हैं. इन मेल्स में दावा किया जा रहा है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अब QR कोड वाला नया PAN कार्ड लॉन्च किया है और यूजर्स को लिंक पर क्लिक करके अपना फ्री “e-PAN” डाउनलोड करने को कहा जाता है.
PIB Fact Check ने इस तरह के ईमेल को #Fake बताया है और नागरिकों को सावधान करते हुए कहा है कि:
PIB Fact Check ने यह भी कहा: “ईमेल, कॉल या SMS के जरिए अगर कोई आपसे वित्तीय या संवेदनशील जानकारी मांगता है, तो उसमें जवाब न दें और उसे तुरंत रिपोर्ट करें.”
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी एक एडवाइजरी जारी करके बताया है कि वह कभी भी टैक्सपेयर्स से पासवर्ड, बैंक अकाउंट नंबर या क्रेडिट कार्ड की जानकारी ईमेल के जरिए नहीं मांगता. साथ ही, वह किसी भी तरह का अनसॉलिसिटेड मेल ई-पैन डाउनलोड करने के लिए नहीं भेजता.
जो लोग इस तरह के ईमेल प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें सलाह दी गई है कि वो तुरंत इस प्रकार की गतिविधियों की रिपोर्ट webmanager@incometax.gov.in या incident@cert-in.org.in पर करें.
यह हमला फिशिंग नाम के साइबर क्राइम का हिस्सा है, जिसमें आधिकारिक संस्थानों की पहचान को नकली बनाकर यूजर्स को धोखा दिया जाता है. साइबर एक्सपर्ट्स की सलाह है कि ऐसे खतरों से बचने के लिए अपने कंप्यूटर में एंटीवायरस और फायरवॉल अपडेट रखें और किसी भी संदिग्ध मेल से दूरी बनाए रखें.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ऐसे फिशिंग स्कैम की पहचान करने और खुद को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के लिए डिटेल्ड गाइडलाइन भी जारी की है, जिसे आप incometaxindia.gov.in पर जाकर पढ़ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: क्या है Baby Grok? क्या बच्चों का बचपन छिनने की तैयारी? या बनेगा मददगार, समझ लें पूरा गुना गणित