अगर आपने आज किसी को कॉल किया और फोन कनेक्ट होने से पहले वो जानी-पहचानी आवाज “साइबर क्राइम से सावधान रहें…” सुनाई नहीं दी तो चौंकिए मत. अमिताभ बच्चन की वह प्रसिद्ध कॉलर ट्यून जो साइबर फ्रॉड से सावधान करने के लिए पूरे देश में बज रही थी, अब सरकारी आदेश पर हटा दी गई है.
26 जून 2025 से यह कॉलर ट्यून बंद कर दी गई है. इसकी पुष्टि NDTV की रिपोर्ट में की गई है. सूत्रों के अनुसार, यह फैसला केंद्र सरकार के जागरूकता अभियान के अंत के बाद लिया गया है. इस कॉलर ट्यून का मकसद जनता को फिशिंग, OTP फ्रॉड, इंटरनेट ठगी और पहचान की चोरी जैसे साइबर खतरों के बारे में सचेत करना था.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने यह ट्यून हटाने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि अभियान अब समाप्त हो चुका है. एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने बताया, “अभियान खत्म हो गया है, इसलिए कॉलर ट्यून को आज से हटाया जा रहा है.” यह ट्यून COVID के दौर में अमिताभ बच्चन की COVID सुरक्षा संदेश ट्यून के बाद से दूसरी सबसे चर्चित और व्यापक रूप से उपयोग की गई कॉलर ट्यून बन गई थी.
इस ट्यून को लेकर कई यूजर्स ने आपत्ति जताई थी, खासकर उन लोगों ने जो आपातकालीन स्थिति में तुरंत कॉल कनेक्ट करना चाहते थे. उनका कहना था कि यह ट्यून कॉल कनेक्शन में विलंब का कारण बनती है, जो कभी-कभी बेहद संवेदनशील स्थितियों में परेशान करती है.
इस ट्यून में अमिताभ बच्चन की आवाज में सुनाई देता था “साइबर अपराधियों से सावधान रहें. कोई भी अनजान कॉल, मैसेज या लिंक पर क्लिक न करें…” इस कॉलर ट्यून को लेकर अमिताभ बच्चन को सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया. लेकिन ‘शहंशाह’ ने एक बार फिर अपने अंदाज में बेबाक जवाब दिया था.
एक यूजर ने अमिताभ बच्चन की X (पूर्व ट्विटर) पोस्ट पर कमेंट किया था कि “तो फोन पर बोलना बंद करो भाई.” इस पर बिग बी ने जवाब दिया था कि “सरकार को बोलो भाई, उन्होंने जो कहा, हमने कर दिया.” एक अन्य ट्रोल ने तो उन्हें “बूढ़ा सठिया गया है” कह डाला. इस पर बच्चन साहब का जवाब और भी शानदार था. उन्होंने कहा कि “एक दिन, भगवान ना करे वो दिन जल्दी आए, जब आप भी सठिया जाएं… लेकिन हमारे यहां कहते हैं, जो सठा, वो पटा.”
इस खबर के आने के बाद कई लोग सोशल मीडिया पर खुशी का इजहार कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है कि ‘जनता में ख़ुशी की लहर 😎..आज से आपको साइबर क्राइम के बारे में सतर्क करने वाली अमिताभ बच्चन की आवाज वाली कॉलर ट्यून नहीं सुनाई देगी.’
यह पहली बार नहीं था जब अमिताभ बच्चन को कॉलर ट्यून के लिए आलोचना झेलनी पड़ी हो. COVID-19 के दौरान भी जब उनकी आवाज में मास्क पहनने और हाथ धोने की सलाह दी जा रही थी, तब दिल्ली हाई कोर्ट में PIL दायर की गई थी. इस याचिका में मांग की गई थी कि चूंकि अमिताभ खुद और उनके परिवार के सदस्य COVID पॉजिटिव हो चुके हैं, तो उनकी आवाज अब जनता को सलाह देने के लिए उपयुक्त नहीं है.
यह कॉलर ट्यून दरअसल सरकार की डिजिटल इंडिया और साइबर सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का हिस्सा थी. अमिताभ बच्चन को इस अभियान के लिए चुना गया क्योंकि उनकी आवाज को देशभर में विश्वसनीयता और लोकप्रियता प्राप्त है. इस कॉलर ट्यून ने करोड़ों यूजर्स को यह सिखाने का प्रयास किया कि अनजान लिंक, OTP मांगने वाले कॉल्स, नकली वेबसाइट्स या इंस्टेंट लोन ऐप्स से कैसे सावधान रहा जाए.
फिलहाल सरकार ने किसी नई साइबर क्राइम कॉलर ट्यून की घोषणा नहीं की है. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए, भविष्य में फिर से कोई नया डिजिटल सेफ्टी कॉलर अलर्ट लाया जा सकता है.
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