कोर्टरूम ड्रामा का क्रेज इस वक्त इंडस्ट्री में चरम पर है. जॉली एलएलबी 3 की रिलीज़ के बाद से दर्शकों की दिलचस्पी इस तरह की कहानियों में और भी बढ़ गई है. चाहे ओटीटी हो या सिनेमाघर, द ट्रायल, क्रिमिनल जस्टिस, पिंक और मुल्क जैसी फिल्में और शोज़ ने ऑडियंस का जमकर दिल जीता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी साउथ फिल्म के बारे में बता रहे हैं, जो अपनी कहानी कहने के अंदाज़ और लगातार सस्पेंस बनाए रखने के कारण इन सभी से एक कदम आगे निकल जाती है.
यह फिल्म पूरी तरह से इंसाफ की लड़ाई और सच की जीत पर केंद्रित है. कहानी इतनी गहरी और प्रभावशाली है कि इसे देखकर आपको ऋषि कपूर की मुल्क और अमिताभ बच्चन की पिंक जैसी पॉपुलर फिल्मों की याद तक नहीं आएगी. शुरुआत से अंत तक यह फिल्म दर्शकों को बांधे रखती है और कहीं भी बोर नहीं होने देती.
हम बात कर रहे हैं साल 2023 में आई फिल्म ‘नेरू’ की, जिसमें साउथ सुपरस्टार मोहनलाल मुख्य भूमिका में नजर आए थे. इस फिल्म का निर्देशन दृश्यम फेम जीतू जोसेफ ने किया है. नेरू में मोहनलाल ने वकील विजयमोहन का किरदार निभाया, जो न्याय दिलाने की इस कहानी का अहम हिस्सा बनते हैं.
फिल्म की कहानी एक नेत्रहीन मूर्तिकार सारा के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसके साथ एक अपराध हो जाता है. परिवार पर केस से पीछे हटने का दबाव और धमकियां बढ़ती हैं, तभी वकील विजयमोहन आगे आकर सारा को न्याय दिलाने का संकल्प लेते हैं. सारा का किरदार अनस्वरा राजन ने निभाया है, जो हर मुश्किल के बावजूद सच की लड़ाई लड़ने हिम्मत करती है. वहीं, प्रियामणि भी फिल्म में एक अहम भूमिका में नजर आती हैं.
फिल्म का मुद्दा बेहद नाजुक है, और निर्देशक ने इसे संभालने में पूरी संवेदनशीलता दिखाई है. नेरू सिर्फ कानूनी लड़ाई ही नहीं, बल्कि भावनात्मक सफर भी है, जिसमें यह सवाल लगातार बना रहता है कि क्या अंधी पीड़िता को आखिरकार न्याय मिलेगा?
2 घंटे 32 मिनट की यह फिल्म जियोहॉटस्टार पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है. दर्शकों और समीक्षकों ने इसे खूब सराहा है और IMDb पर इसे 7.5 की रेटिंग मिली है.