Lunar Eclipse
आज रात आसमान में नजरें जमाए रखने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि चांद खून की तरह लाल (ब्लड मून) नजर आने वाला है. 7-8 सितंबर की रात को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो हाल के वर्षों की सबसे शानदार खगोलीय घटनाओं में से एक होगा. लगभग 82 मिनट तक चलने वाला यह ग्रहण भारत समेत दुनिया के बड़े हिस्से में साफ दिखाई देगा. आइए जानते हैं कि यह नजारा इतना खास क्यों है और आप इसे भारत में किस समय देख सकते हैं.
शानदार लाल रंग (‘ब्लड मून’ इफेक्ट): ग्रहण के दौरान, पृथ्वी सीधे सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरेगी, जिससे उसकी सबसे गहरी छाया (अम्ब्रा) चंद्रमा पर पड़ेगी. अंधेरे में गायब होने के बजाय, चंद्रमा एक गहरे लाल रंग का हो जाएगा, जिससे इसे “ब्लड मून” का उपनाम मिला है.
असाधारण रूप से लंबी अवधि: इस ग्रहण को जो एक प्रमुख विशेषता अलग करती है, वह है इसकी अवधि. इंडिया टुडे के अनुसार, पूर्ण ग्रहण लगभग 82 मिनट तक चलेगा, जिससे यह हाल के वर्षों में सबसे लंबे पूर्ण चंद्र ग्रहणों में से एक बन जाएगा.
अरबों लोगों को दिखेगा: एक और कारक जो इस ग्रहण को असाधारण बनाता है, वह यह है कि कितने लोग इसे देख सकते हैं. NASA के अनुसार, यह घटना एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और यूरोप में दिखाई देगी.
तो चंद्रमा ठीक लाल क्यों हो जाता है? टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना रेले स्कैटरिंग (Rayleigh Scattering) के कारण होती है. जैसे ही सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है, नीले और बैंगनी जैसे छोटे वेवलेंथ चारों दिशाओं में बिखर जाते हैं. हालांकि, लाल और नारंगी जैसे लंबे वेवलेंथ अधिक सीधे गुजरते हैं. यह फ़िल्टर किया हुआ प्रकाश ही पूर्ण ग्रहण के दौरान चंद्रमा को रोशन करता है, जिससे वह लाल, नारंगी या तांबे के रंग का दिखाई देता है.
चूंकि ग्रहण कई महाद्वीपों में दिखाई देगा, इसलिए समय आपके लोकेशन के आधार पर अलग-अलग होगा. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ग्रहण का मुख्य चरण (टोटैलिटी) 7 सितंबर की रात 10:58 बजे (IST) से शुरू होकर 8 सितंबर की मध्यरात्रि 12:22 बजे (IST) तक चलेगा. यह शानदार नजारा पूरे भारत में दिखाई देगा, बशर्ते आसमान साफ हो.