कूलर खरीदने से पहले गांठ बांध लें ये 7 जरूरी बातें, चिलचिलाती गर्मी में कमरा हो जाएगा चिल्ड, बिजली की भी होगी बचत

Updated on 13-Jun-2025

गर्मी के दिनों में अपने घर या ऑफिस को ठंडा रखने के लिए, पसीने और उमस से बचने के लिए रूम कूलर एक किफायती और प्रभावी तरीका होते हैं। लेकिन मार्केट में अलग-अलग प्रकार के कूलर और फीचर्स होते हैं, इसलिए सही कूलर चुनना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हम आपको 7 ऐसी महत्वपूर्ण बातें बताएंगे जिनका ध्यान रखकर आप अपनी जरूरत और बजट के अनुसार सबसे बेहतर रूम कूलर चुन सकते हैं।

कमरे का साइज और एयर कूलर की क्षमता

कूलर की क्षमता को CFM (cubic feet per minute) में मापा जाता है, जो बताता है कि वह कितना हवा सर्कुलेट कर सकता है। अपने कमरे की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई को मापकर उसका वॉल्यूम निकालें और उसे आधा करें। इससे आपको पता चलेगा कि आपके कमरे के लिए कितना CFM जरूरी है। बड़े कमरे के लिए ज्यादा CFM वाला कूलर चुनें।

पानी की टंकी की क्षमता

कूलर में पानी की टंकी की क्षमता यह तय करती है कि कूलर कितनी देर तक बिना रिफिल के चलेगा। छोटे कमरे के लिए 15 से 30 लीटर की टंकी ठीक रहती है। मीडियम कमरे के लिए 30 से 60 लीटर की टंकी सही है, जबकि बड़े कमरे के लिए 60 लीटर या उससे ज्यादा की टंकी वाला कूलर बेहतर रहेगा। कुछ कूलरों में ऑटो-फिल फीचर भी मिलता है, जिससे पानी अपने आप भरता रहता है।

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कूलर का प्रकार चुनें

  • पर्सनल कूलर: छोटे कमरे या एक व्यक्ति के लिए उपयुक्त, इनका पानी टैंक छोटा होता है और पावर कम खर्च होती है।
  • टावर कूलर: स्लिम डिजाइन के होते हैं, मध्यम कमरे के लिए बेहतर, खासकर जहां जगह कम हो। ये बढ़िया हवा देते हैं।
  • डेजर्ट कूलर: बड़े कमरे और सूखे इलाकों के लिए, इनका टैंक बड़ा होता है और पंखा ज्यादा ताकतवर होता है।

कूलिंग पैड्स की जांच करें

कूलिंग पैड्स कूलिंग प्रक्रिया का अहम हिस्सा होते हैं। आम तौर पर दो तरह के पैड्स होते हैं:

  • हनीकॉम्ब पैड: सेलुलोज़ से बने, पानी को अच्छे से रोकते हैं, टिकाऊ होते हैं और 2-3 साल चलते हैं। बेहतर कूलिंग देते हैं।
  • वुड वूल (Aspen) पैड: लकड़ी के छोटे टुकड़े होते हैं, सस्ते होते हैं लेकिन ज्यादा मेंटेनेंस की जरूरत होती है और हर साल बदलने पड़ते हैं।

बिजली खपत पर ध्यान दें

कूलर की बिजली खपत वाट (Watt) में बताई जाती है। कूलर एयर कंडीशनर की तुलना में कम बिजली खर्च करते हैं। अगर आपके इलाके में बिजली कटौती अक्सर होती है, तो ऐसा कूलर चुनें जो इन्वर्टर के साथ काम कर सके। BLDC मोटर वाले मॉडल भी उपलब्ध हैं जो और भी कम बिजली लेते हैं।

बिल्ड क्वालिटी और पोर्टेबिलिटी

कूलर की बॉडी आमतौर पर प्लास्टिक या मेटल का होती है। मजबूत बिल्ड वाला कूलर लंबे समय तक टिकता है। चलाने में आसानी के लिए कूलर में कास्टर व्हील होना अच्छा होता है, ताकि आप उसे आसानी से एक कमरे से दूसरे कमरे में ले जा सकें।

अतिरिक्त फीचर्स देखें

आजकल के कूलर कई स्मार्ट फीचर्स के साथ आते हैं:

  • रिमोट कंट्रोल: दूर से ही कूलर की सेटिंग्स बदलने के लिए।
  • आइस चेंबर: पानी में बर्फ डालकर ठंडी हवा पाने के लिए।
  • टाइमर: सेटिंग के अनुसार कूलर अपने आप बंद हो जाता है।
  • डस्ट फिल्टर: हवा को साफ़ और स्वच्छ बनाने के लिए।

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