आज होलिका दहन है जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। इसे होली से पिछली शाम को अलाव जलाकर मनाया जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और यह परंपरा हिंदू पौराणिक कथाओं में प्रह्लाद और होलिका की कहानी पर आधारित है, जहां भगवान विष्णु के प्रति प्रह्लाद की भक्ति ने उन्हें अपनी दुष्ट मौसी होलिका के जाल से बचा लिया, जिससे होलिका की आग में जलकर मृत्यु हो गई। होलिका दहन यह संदेश देता है कि धर्म की हमेशा जीत होती है। ऐसा माना जाता है कि वह आग नकारात्मक ऊर्जा को शुद्ध करती है और समृद्धि लाती है। ज्यादातर हिंदुओं के लिए होलिका दहन महज एक अनुष्ठान नहीं बल्कि आस्था, सकरात्मकता और सामुदायिक बंधन का प्रतीक है।
होलिका दहन पर ये मैसेजेस और शायरी, इमेजेस आदि अपने नजदीकियों को भेजकर आप उन्हें एक खास तरीके से होलिका दहन की शुभकामनाएं दे सकते हैं:
होलिका दहन के विशेज़
इस होलिका दहन में आपके जीवन के सभी दुख और नकारात्मकता जल जाएं, और खुशियों के रंग आपके जीवन को भर दें। होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक, होलिका दहन के इस पावन अवसर पर, आपको और आपके परिवार को ढेर सारी शुभकामनाएं।
आओ मिलकर जलाएं अहंकार और द्वेष की होलिका, और प्रेम, सद्भाव के रंगों से सजाएं जीवन का हर पल। होलिका दहन की मंगलकामनाएं।
होलिका दहन के इस शुभ अवसर पर, ईश्वर आपके जीवन को सुख, समृद्धि और शांति से भर दे।
जैसे होलिका दहन में बुराई जलकर राख हो जाती है, वैसे ही आपके जीवन की सभी परेशानियाँ भी दूर हो जाएं। होलिका दहन की शुभकामनाएं!
रंगों की बौछार, गुलाल की मिठास, और होलिका दहन की पवित्रता, यही है होली का असली एहसास। होलिका दहन की हार्दिक बधाई।
यह होलिका दहन आपके जीवन में नई उमंग और उत्साह लेकर आए, और आपके सभी सपने साकार हों।
होलिका दहन की अग्नि में अपने क्रोध, ईर्ष्या और नकारात्मक विचारों को जला दें, और सकारात्मकता को अपनाएं। हैप्पी होलिका दहन!
रूठे यार को मनाना है, इस बार गिले शिकवे को मिटाना है, आ गया होली का त्योहार, हम सब गले मिलकर करें नई शुरुआत।
होलिका दहन की रात, आपके जीवन में खुशियों का नया सवेरा लेकर आए, यही हमारी कामना है। हैप्पी होली!
— अहंकार की राख में, बुराई जले तमाम, प्रेम और सद्भावना का, हो सुंदर ये पैगाम। रंगों की बौछार से, जीवन सजे सलोना, होली के इस पर्व में, हर दिल मिले खिलौना।
— जला दो द्वेष की होली, मिटे सब मन के मैल, खुशियों के रंगों से, सजे हर घर और शैल। प्रह्लाद की भक्ति का, हो जग में गुणगान, होली की ये शुभ बेला, लाए नव उत्थान।
— अग्नि में जले बुराई, सत्य की हो विजय, रंगों से सजे जीवन, ना रहे कोई भी भय। प्रेम की धारा बहे, हर ओर आनंद छाए, होली के पावन अवसर, हर मन हर्षाए।
— होली की ज्वाला में, जले हर क्लेश और रोग, खुशियों के रंगों से, सजे हर मन का योग। मिटे सब दूरियां, बने स्नेह का संचार, होली का ये उत्सव, लाए खुशियों की बहार।
— जले बुराई की होली, सत्य का हो प्रकाश, रंगों से भरे जीवन में, हो खुशियों का वास। भाईचारे का रंग, हर दिल में छा जाए, होली का ये पावन पर्व, सबको हर्षित कर जाए।
फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं।