डिस्काउंट के चक्कर में कहीं खाली ना हो जाये बैंक अकाउंट.. फेस्टिवल सेल में स्कैमर्स की चाल से बचने के उपाय

Updated on 24-Sep-2025

भारत में त्योहारों का मौसम आते ही ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज अपने ऊँचाइयों पर पहुंच जाता है। Amazon, Flipkart, Samsung, Apple, Oppo और कई बड़े ब्रांड्स ने अपनी-अपनी फेस्टिव सेल्स को शुरू कर दिया है, अब सेल शुरू हुए कुछ दिन भी बीत चुके हैं। इस समय फेस्टिवल सेल में नवरात्रि, दशहरा और दिवाली जैसे बड़े त्योहारों के चलते शॉपिंग का माहौल और भी जोरों पर पहुँचने वाला है।

हालाँकि,जहां ये सेल्स लोगों के लिए बेहतरीन ऑफर्स और डिस्काउंट्स लेकर आती हैं, वहीं दूसरी तरफ ऑनलाइन स्कैमर्स के लिए यह समय सबसे ज्यादा एक्टिव रहने का होता है। ये ठग नए-नए तरीके खोजते हैं ताकि लोगों को बड़ा आर्थिक नुकसान पहुँचाने के साथ साथ उनकी निजी जानकारी पर भी सेंध लगाई जा सके। खास बात यह है कि इन स्कैम्स को पहचानना मुश्किल नहीं है, लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है। इसका मतलब आपकी सतर्कता आपके लिए इस समय सबसे बड़े हथियार का काम कर सकती है।

यहाँ हम आपको बता रहे हैं कि फेस्टिव सीजन के दौरान कौन-कौन से स्कैम सबसे ज्यादा देखे जाते हैं और उनसे बचने के लिए क्या सावधानियां अपनानी चाहिए।

फेस्टिव सीजन में सबसे आम ऑनलाइन स्कैम्स

फ़िशिंग स्कैम

फेस्टिवल सीजन के दौरान हर साल ही यह स्कैम सबसे ज्यादा देखा जाता है। इसमें ठग नकली ईमेल, व्हाट्सएप मैसेज या एसएमएस भेजते हैं, जो देखने में असली ई-कॉमर्स साइट जैसे Amazon या Flipkart के मैसेज लगते हैं। इन मैसेज में अविश्वसनीय डिस्काउंट्स और डील्स के साथ एक लिंक दिया जाता है। जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं, आपका मोबाइल या कंप्यूटर हैक हो सकता है और आपकी निजी जानकारी चोरी हो सकती है।

ओटीपी फ्रॉड

इस स्कैम में ठग खुद को डिलीवरी एजेंट या कस्टमर सपोर्ट बताकर कॉल करते हैं। वे बताते हैं कि आपके ऑर्डर में कोई समस्या है और उसे ठीक करने के लिए उन्हें OTP चाहिए। जैसे ही आप OTP शेयर करते हैं, वे आपके अकाउंट तक पहुंचकर पैसे और डेटा दोनों चुरा सकते हैं।

सोशल मीडिया पर फर्जी ऐड्स

त्योहारों के दौरान सोशल मीडिया पर ऐसे ऐड्स बहुत देखने को मिलते हैं, जिनमें iPhone या महंगे गैजेट्स बेहद कम कीमत पर ऑफर किए जाते हैं। बहुत से लोग यह सोचकर क्लिक कर लेते हैं कि ‘फेक होगा तो साइट बंद कर देंगे।’ लेकिन अगर आपने इस वेबसाइट से खरीदारी की, तो आपके बैंक अकाउंट डिटेल्स चोरी हो सकते हैं और आपको काफी बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है।

नकली ई-कॉमर्स वेबसाइट्स

कुछ स्कैमर्स असली ई-कॉमर्स साइट्स की हूबहू कॉपी वेबसाइट्स बनाते हैं। ये साइट्स पहली नजर में असली लगती हैं, लेकिन असल में ये सिर्फ आपकी पर्सनल जानकारी और पैसे लूटने के लिए बनाई जाती हैं।

टेलीकॉम रिचार्ज स्कैम

इसमें स्कैमर्स खुद को टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी बताते हैं और कहते हैं कि एक फ्री रिचार्ज ऑफर चल रहा है। इसके लिए आपको बस कुछ डिटेल्स भरनी होंगी और 10-50 रुपये का छोटा-सा भुगतान करना होगा। लेकिन यह सिर्फ आपकी निजी जानकारी और पैसे चुराने का तरीका होता है।

कैसे पहचानें ऑनलाइन स्कैम्स

  • ऑनलाइन स्कैम पहचानना मुश्किल नहीं है, बस थोड़ी सतर्कता और जागरूकता जरूरी है:
  • कोई भी कॉलर अगर OTP मांग रहा है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
  • ऐसे ऑफर्स जिन पर यकीन करना मुश्किल हो, उन पर भरोसा न करें।
  • वेबसाइट का URL ध्यान से चेक करें, छोटे से बदलाव पर भी अलर्ट हो जाएं।
  • थर्ड पार्टी कूपन साइट्स पर दिए गए असामान्य डिस्काउंट्स से बचें।

ऑनलाइन शॉपिंग करते समय अपनाएँ ये सिक्यूरिटी टिप्स

  • मजबूत और यूनिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें और समय-समय अपने पासवर्ड बदलते रहें।
  • कभी भी OTP किसी को न बताएं, चाहे वह कस्टमर सपोर्ट ही क्यों न कहे।
  • खरीदारी करने से पहले हमेशा वेबसाइट का URL वेरिफाई करें।
  • टेलीकॉम ऑफर्स की जानकारी के लिए हमेशा आधिकारिक ऐप या वेबसाइट का ही उपयोग करें।

त्योहारों का समय खुशियों और शॉपिंग का होता है, लेकिन इस दौरान ऑनलाइन ठग सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं। थोड़ी सी जागरूकता और सावधानी से आप न सिर्फ अपनी मेहनत की कमाई बचा सकते हैं बल्कि ठगों को अपने जाल में सफल होने से भी रोक सकते हैं।

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Ashwani Kumar

Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life.

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