यदि आप लेटेस्ट iPhone पर अपग्रेड करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको उम्मीद से ज्यादा प्राइस में इसे खरीदने के लिए तैयार रखना चाहिए। असल में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ़्स के कारण आपके पसंदीदा iPhone मॉडल की कीमत में बड़ी नहीं कुछ ज्यादा बड़ी बढ़ोत्तरी/इजाफा हो सकता है। अगर हम अभी के लेटेस्ट iPhone Model के इंडिया प्राइस की बात करें तो यह 1,84,900 रुपये के आसपास के प्राइस में कंपनी के आधिकारिक ऑनलाइन ई-प्लेटफॉर्म/स्टोर पर लिस्ट है। अब अगर इस टैरिफ बढ़ोत्तरी की बात करें तो iPhone का प्राइस हो सकता है कि 2.5 लाख रुपये से भी ऊपर चला जाए। इसका मतलब है कि iPhone खरीदारी को बड़ी चोट Trump के इस नए कदम से पहुँचने वाली है। आइए जानते है कि आखिर पूरा मामला क्या है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2 अप्रैल 2025 को एक ऐतिहासिक घोषणा की है, जिसमें उन्होंने सभी आयातों पर नए टैरिफ़ लागू करने की बात की है। यह कदम अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने और घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
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इस समय इंटरनेट पर बहुत सी खबरें चल रही हैं, अगर इन सबको देखा जाए या इनकी बातों को मान लिया जाए तो इनके अनुसार, अगर Apple अतिरिक्त खर्चों को ग्राहकों पर डालने का फैसला करता है, तो iPhones की कीमत 30% से 40% तक बढ़ सकती है। अगर ऐसा होता है कि मेरी राय में iPhones कई गुना महंगे हो सकते हैं।
चीन पर ज्यादा टैरिफ का क्या पड़ेगा असर?
Apple के iPhones मुख्य रूप से चीन में निर्मित होते हैं, जिसे टैरिफ़्स से विशेष रूप से नुकसान हुआ है। इसका मतलब है कि अब चीन भी इसे लेकर कुछ कर सकता है, हो सकता है कि चीन एप्पल को अपने ही देश में मुश्किल में डाल दे, ऐसी स्थिति पैदा कर दे कि iPhones को चीन में निर्मित करना और भी ज्यादा महंगा हो जाये, वह टैक्स या अन्य जगहों पर अपनी मनमानी कर सकता है। अब अगर ऐसी स्थिति भी पैदा होती है तो जाहिर है कि Apple iPhones के प्राइस पर बड़ा असर हो सकता है। यह असर केवल और केवल भारत पर ही नहीं, बल्कि दुनिया के आने देशों पर भी देखने को मिलने वाला है, इससे Trump का खुद का देश अमेरिका भी अछूता नहीं रहने वाला है।
अगर कुछ भी होता है कि कंपनी इसे अपने ऊपर न लेकर सीधे तौर पर ग्राहकों पर डाल सकती है, ऐसे में आने वाले समय में iPhones को खरीदना बेहद ज्यादा मुश्किल का काम हो सकता है।
चीन पर 34% टैरिफ लगाया गया है, इसके अलावा Taiwan की बात करें तो 32%, इंडिया पर 26%, Japan पर 24%, और पाकिस्तान पर 29% टैरिफ लगाया गया है। हालांकि, इस लिस्ट में अन्य बहुत से देश हैं, इन सभी की जानकारी इस समय इंटरनेट पर उपलब्ध है।
आइए जानते है कि आखिर किस तरह से iPhones की कीमत में इजाफा हो सकता है। असल में, अभी को देखते हैं तो पता चलता है कि सबसे सस्ते iPhone 16 मॉडल की कीमत $799 डॉलर (लगभग 68,000 रुपये) है, जो अगर Apple टैरिफ़ का खर्च जोड़ता है तो लगभग $1,142 डॉलर इसका प्राइस हो जाने वाला है। इसका मतलब है कि यह लगभग लगभग 43% ज्यादा में आपको मिलेगा। यानि 68,000 रुपये का iPhone आपको Trump के टैरिफ को बढ़ाने के बाद लगभग लगभग 97,000 रुपये में मिलने वाला है। आप यहाँ अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको कितना पैसा देना होगा।
दूसरी ओर, अगर iPhone 16 सीरीज के ही सबसे प्रीमियम फोन की बात करें तो इसका प्राइस भी बढ़कर 2300 डॉलर यानि लगभग लगभग 2.5 लाख से भी ज्यादा हो सकता है। अभी के लिए इस फोन का प्राइस इंडिया में 1,84,900 रुपये 1TB मॉडल के लिए है। यह अभी तक का iPhone का सबसे लेटेस्ट और प्रीमियम मॉडल है।
iPhone की सेल पहले नहीं प्रमुख बाजारों में घट रही है, और कीमतों में वृद्धि का वित्तीय दबाव Apple के लिए स्थिति को और खराब कर सकता है। जाहीर है कि iPhones की कीमतों में वृद्धि इसकी सेल पर बड़ा असर डालने वाली है। अगर देखा जाए तो सम्पन्न बाजारों में इसका ज्यादा असर नहीं होने वाला है लेकिन भारत जैसे बाजार में जहां लोग iPhone खरीदने से पहले कई बार विचार करते हैं, सेल पर बड़ा असर हो सकता है।
मानकर चलिए कि अगर Apple टैरिफ़ का पूरा बोझ ग्राहकों पर डालने का निर्णय ले लेता है तो इससे iPhone की सेल में बड़ी और भारी गिरावट हो सकती है। इससे यह भी होने वाला है कि Apple Phones के बड़े प्रतिद्वंदी सैमसंग आदि की सेल में इजाफा हो सकता है, हालांकि सैमसंग के भी प्रीमियम फोन्स पहले से ही महंगे हैं, ऐसे में अन्य कंपनियों की ओर से लोग बड़े पैमाने पर मूव कर सकते हैं। हालांकि, अभी के लिए यह मात्र कयास आदि ही हैं, लेकिन इतना जरूर है कि iPhones की सेल में बड़ी गिरावट तो आने वाली है।
ट्रम्प की टैरिफ़ घोषणा के बाद, वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मच गई है। कई देशों ने अमेरिका के इस कदम को व्यापार युद्ध की शुरुआत के रूप में देखा है, जिससे वैश्विक आर्थिक मंदी का खतरा बढ़ सकता है। अब देखना होगा कि आने वाले समय में इस निर्णय का असर क्या होता है। क्या ट्रम्प इस कदम के साथ बने रहते हैं या अपने इस कदम में कुछ संशोधन करते हैं। असल में, इस घोषणा के बाद अमेरिका की भी कई कंपनियों पर इसका बड़ा प्रभाव होने वाला है। ऐसे में, ऐसा भी माना जा सकता है कि ट्रम्प प्रशासन को अपनी इस घोषणा में कुछ बदलाव आदि करने पड़े।