5 best WiFi connection improvement tips while waiting for starlink
Starlink में ऐसे दूर दराज क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी देने की ताकत है जहां नेटवर्क का बुनियादी ढांचा नहीं है। इनमें ग्रामीण क्षेत्र और वो जगहें शामिल हैं जहां केबल बिछाना संभव नहीं है या इंटरनेट आने वाला है। इसकी मदद से दुनिया के कुछ सबसे दूर दराज क्षेत्रों, जैसे समुद्रों और पहाड़ों के बीच, लोगों के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी एक्सेस करना संभव हो जाएगा।
अब, कई सालों के इंतज़ार के बाद यह सर्विस फाइनली भारत में भी आ रही है। और हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि Jio और Airtel दोनों ने भारत में ग्राहकों के लिए स्टारलिंक ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं ऑफर करने के लिए SpaceX के साथ साझेदारी कर ली है।
आप में से ज्यादातर लोग स्टारलिंक कनेक्शन के उपलब्ध होते ही उसे खरीदने की सोच रहे होंगे, खासकर आपको वाईफ़ाई और इंटरनेट की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, ऐसा संभव है कि आपको स्टारलिंक कनेक्शन की जरूरत ही न पड़े। अपने इंटरनेट कनेक्शन, वाईफ़ाई और अन्य से जुड़े कई फ़ैक्टर्स में सुधार करके आप अपने वर्तमान सेटअप को जरूर बेहतर कर सकते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि वो स्टेप्स क्या हैं और आपकी इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहतर करने में कैसे मदद कर सकते हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं।
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अगर आप वह वाईफ़ाई राउटर इस्तेमाल कर रहे हैं जो आपके इंटरनेट कनेक्शन के साथ आया था, तो संभावना है कि उतना सक्षम न हो, खासकर अगर आपका घर बड़ा है। ऐसे में कुछ क्षेत्र ऐसे हो सकते हैं जहां वाईफ़ाई आसानी से न पहुंचें।
ऐसे मामलों में आप रिपीटर्स नाम के डिवाइसेज का इस्तेमाल कर सकते हैं, या फिर अगर आपके पास कोई अतिरिक्त वाईफाई राउटर है तो आप मौजूदा वाईफाई राउटर को रिपीटर्स के तौर पर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप एक किफायती उपाय ढूंढ रहे हैं, तो हम आपको TP-LInk AC750 Wi-Fi रेंज एक्सटेंडर की सलाह देंगे। यह एक बजट-फ्रेंडली प्राइस पर काफी अच्छा काम करता है। या फिर, अगर आप थोड़ा सा और खर्च कर सकते हैं तो आपको TP-LInk AC1750 ड्यूल-बैंड रेंज एक्सटेंडर को चुन सकते हैं।
हालांकि, Wi-Fi एक्सटेंडर्स प्रभावी तो होते हैं, लेकिन वो थोड़े महंगे हो सकते हैं। इसलिए हो सके तो दूसरे राउटर का इस्तेमाल करें, क्योंकि आजकल ज्यादातर मॉडर्न राउटर्स मेश नेटवर्किंग को सपोर्ट करते हैं।
ज्यादातर वाईफ़ाई राउटर दो बैंड्स: 2.4GHz और 5GHz पर काम करते हैं। प्रत्येक के अपने अलग फायदे हैं:
अगर आप अपने राउटर से दूर हैं, तो बेहतर रेंज के लिए 2.4GHz पर स्विच कर सकते हैं। जब पास हों, तो ज्यादा फास्ट स्पीड के लिए 5GHz पर स्विच कर सकते हैं।
अगर आप अपनी वर्तमान इंटरनेट स्पीड से खुश नहीं हैं, तो अपने सर्विस प्रोवाइडर से ज्यादा हाई-स्पीड वाले प्लांस खरीदें जो आपके बजट में फिट हों। ISPs बार-बार अपडेट होते हैं और नए प्लांस पेश करते हैं, इसलिए संभव है कि आपको एक बेहतर डील मिल सकती है। साथ ही, सालाना तौर पर शुल्क भुगतान करने की कोशिश करें, क्योंकि यह जेब के लिए भी आसान होता है।
हर डिवाइस को Wi-Fi से कनेक्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती। अगर आप अपने राउटर के पास बैठे हैं और मोबाइल के अलावा कोई दूसरा डिवाइस जैसे कि डेस्कटॉप PC इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसे Ethernet केबल से कनेक्ट करना बेस्ट होता है। एक वायर्ड कनेक्शन सबसे अच्छी स्पीड देता है और इससे आपके वाईफ़ाई राउटर पर भी लोड नहीं पड़ता, जिसे कई सारे वायरलेस डिवाइसेज कनेक्ट होने पर स्ट्रगल करना पड़ सकता है। इसके अलावा, बैंडविड्थ के लिए किसी भी गैर-जरूरी डिवाइस को वाईफ़ाई से डिसकनेक्ट कर दें।
अगर आप स्लो स्पीड या बार-बार डाउनटाइम का अनुभव कर रहे हैं, तो आपके घर में आ रहे इंटरनेट केबल को चेक करें। संभव है कि एनवायरनमेंटल फ़ैक्टर्स या जानवरों ने उसे डैमेज कर दिया हो। कभी कभार आंशिक रूप से डैमेज हुए केबल के कारण बीच-बीच में कनेक्शन से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं। अगर आपको ऐसी कोई समस्या आए तो आप अपने इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर को इसकी जानकारी दें।
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