रानी मुखर्जी की Mardaani 3 बहुत जल्द सिनेमाघरों में लौट रही है। दिसंबर 2024 में यह पुष्टि हो गई थी कि मर्दानी की तीसरी किस्त की शूटिंग इस साल अप्रैल में शुरू हो जाएगी। और अब, मेकर्स ने मर्दानी 3 में रानी मुखर्जी के किरदार की पहली झलक दिखा दी है। इस फिल्म में एक्ट्रेस निडर और उत्साही पुलिसवाली शिवानी शिवाजी रॉय के तौर पर वापसी कर रही हैं। आदित्य चोपड़ा की Yash Raj Films कर प्रोडक्शन में मर्दानी पार्ट 3 फरवरी 2026 में बड़े पर्दे पर दस्तक देगी।
यश राज फिल्म्स, मर्दानी 3 के पीछे के प्रोडक्शन हाउस, ने इस फिल्म से रानी मुखर्जी का फर्स्ट लुक शेयर किया है। YRF ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक्ट्रेस के पुलिसवाली शिवानी शिवाजी रॉय के तौर पर गहन और निडर अवतार को दिखाया। पोस्ट को यह कैप्शन दिया गया, ” The countdown begins for Mardaani3! On Holi, good will fight evil as Shivani Shivaji Roy returns to the big screen on February 27, 2026.”
यह भी पढ़ें: Oppo K13 5G: भारत में लॉन्च हुआ 7000mAh पावरहाउस बैटरी वाला सबसे तगड़ा फोन, देखें कितना है प्राइस
पोस्ट यहां देखें:
पिछले साल मर्दानी 3 की घोषणा के दौरान रानी ने वादा किया था कि नई किस्त ‘घातक, अंधकारमय और क्रूर’ होगी। अब, मर्दानी 3 तो अगले साल रिलीज होगी, लेकिन तब के लिए अगर आप इसके जैसी ही जांबाज और वुमेन एम्पावरमेंट वाली फिल्में देखना चाहते हैं तो नीचे आपके लिए कुछ धमाकेदार ऑप्शंस दिए हैं जिन्हें आप OTT पर देख सकते हैं।
मर्दानी फिल्म में एक पुलिसवाली एक लापता नाबालिग लड़की की तलाश में निकलती है। यह तलाश उसे बच्चों की तस्करी की अंधेरी और खतरनाक दुनिया तक ले जाती है। इसके बाद शुरू होता है पुलिसवाली और एक माफिया लीडर के बीच चूहे-बिल्ली का खेल।
मर्दानी 2 में सनी एक दिमागी रूप से बीमार व्यक्ति है जो एक नेता के लिए काम करता है। वह मासूम महिलाओं के साथ दरिंदगी करता है और उनकी बेरहमी से हत्या कर देता है। उसके पीछे लाशों की एक डरावनी कहानी छूट जाती है। लेकिन SP शिवानी रॉय यह ठान लेती हैं कि वह सनी को पकड़कर कानून के हवाले करेंगी और उसे उसके अपराधों की सज़ा दिलवाएंगी।
यह भी पढ़ें: क्या भारत में सिमट रहा है Xiaomi का कारोबार? आँकड़े किस ओर कर रहे इशारा
थप्पड़ अमृता की कहानी है, जिसकी ज़िंदगी बाहर से बिल्कुल ठीक लगती है। लेकिन एक दिन सुक पति एक पार्टी में उसे सबके सामने थप्पड़ मार देता है। यह एक थप्पड़ ही उसकी पूरी ज़िंदगी को बदल कर रख देता है। क्या सिर्फ एक थप्पड़ किसी रिश्ते पर सवाल उठाने के लिए काफी होता है? यही सवाल यह फिल्म उठाती है।
दिल्ली के एक बड़े और खास इवेंट में जेसिका बारटेंडर के तौर पर काम कर रही होती है। वह आखिरी ऑर्डर के बाद तीन लोगों को शराब देने से मना कर देती है। उनमें से एक गुस्से में आकर जेसिका को सिर में गोली मार देता है, जो एक ताकतवर नेता का बेटा है। वहां मौजूद दर्जनों लोग इस घटना के गवाह होते हैं, लेकिन जब जेसिका की बहन सबरीना इंसाफ के लिए लड़ती है, तो उसे पता चलता है कि गवाह या तो सब कुछ भूल गए हैं या फिर पैसे लेकर झूठ बोलने को तैयार हैं। एक साफ-सीधा केस राजनीति और लालच की वजह से उलझ जाता है।