Tesla के CEO Elon Musk ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने $1 ट्रिलियन के पे पैकेज को हरी झंडी दे दी है. जिससे Musk दुनिया के अब तक के सबसे महंगे CEO बन गए हैं. कंपनी की वार्षिक शेयरहोल्डर्स मीटिंग 6 नवंबर 2025 को ऑस्टिन, टेक्सास में हुई, जहां लगभग 75% निवेशकों ने इस मुआवजे के पक्ष में वोट दिया. Tesla के बोर्ड ने पहले ही इस पैकेज को मंजूरी देने की सिफारिश की थी, जिसे सितंबर में पेश किया गया था.
यह पैकेज Musk को अगले दशक में कुल 12 स्टॉक ग्रांट्स के रूप में मिलेगा लेकिन शर्त यह है कि Tesla को कुछ निश्चित प्रदर्शन लक्ष्यों (performance milestones) को पूरा करना होगा. इन लक्ष्यों में शामिल हैं कंपनी की मार्केट कैप को $1.5 ट्रिलियन से बढ़ाकर $8.5 ट्रिलियन तक पहुंचाना, 1 मिलियन रोबोटैक्सी सर्विस में उतारना, 12 मिलियन नई कारें बेचना, 10 मिलियन Full Self-Driving (FSD) सब्सक्रिप्शन प्राप्त करना और 1 मिलियन ह्यूमनॉइड रोबोट्स बनाना.
Tesla ने कहा कि यह मुआवजा केवल Musk के टारगेट पर आधारित है. अगर ये टारगेट हासिल नहीं हुए, तो यह पे पैकेज भी स्वतः निरस्त हो जाएगा. कंपनी ने अपने बयान में कहा कि यह डील Musk को Tesla पर केंद्रित रखने और उन्हें अन्य प्रोजेक्ट्स जैसे X (पूर्व में Twitter), SpaceX या xAI से ध्यान भटकने से रोकने के लिए अहम है.
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, Musk का यह पे पैकेज $878 बिलियन का है जो पोलैंड (GDP $915 बिलियन) के आर्थिक उत्पादन के लगभग बराबर है और बांग्लादेश (GDP $450 बिलियन) की तुलना में दोगुना है. यह रकम Belgium, Argentina, Sweden, Ireland और Singapore जैसे देशों की कुल GDP से भी अधिक है. विश्व बैंक के 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, Musk का पे पैकेज केवल 20 देशों की GDP से ही छोटा है.
कई बड़े निवेशकों और प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्मों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था. Norges Bank Investment Management, जो Norway का sovereign wealth fund मैनेज करता है, ने इस डील के खिलाफ वोट दिया. इन निवेशकों का तर्क था कि यह मुआवज़ा “अत्यधिक और अनुपातहीन” है. हालांकि, Tesla के बोर्ड ने यह कहते हुए पैकेज का बचाव किया कि Musk को रोके रखना कंपनी के भविष्य के लिए जरूरी है, खासकर जब Tesla खुद को AI और Robotics में वैश्विक अग्रणी के रूप में स्थापित कर रही है.
Tesla ने कहा कि अगर Musk अपने लक्ष्यों को पूरा करते हैं, तो Tesla दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन जाएगी — जिसकी वैल्यू Apple, Microsoft और Saudi Aramco जैसी कंपनियों से भी ज्यादा होगी. Tesla फिलहाल $1.5 ट्रिलियन मार्केट कैप पर ट्रेड कर रही है और उसका लक्ष्य $8.5 ट्रिलियन तक पहुंचने का है, जो किसी भी ऑटो या टेक कंपनी के लिए अभूतपूर्व होगा.
Elon Musk, जो पहले से ही दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं, इस मंज़ूरी के बाद अब इतिहास में सबसे बड़े व्यक्तिगत मुआवज़े के हकदार बन गए हैं. हालांकि, उन्हें यह पूरा पेआउट केवल तभी मिलेगा जब Tesla अगले दशक में अपने निर्धारित प्रदर्शन लक्ष्यों को क्रमवार हासिल कर ले.
यह फैसला यह भी दिखाता है कि Tesla के निवेशक Musk पर भरोसा करते हैं — न सिर्फ कंपनी के CEO के रूप में, बल्कि एक ऐसे दूरदर्शी नेता के रूप में जो AI, Robotics और Autonomous Mobility जैसे भविष्य के क्षेत्रों में Tesla को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है.
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