जब से स्मार्ट डिवाइसेज़ जैसे टीवी, रेफ्रिजरेटर फोन और टैबलेट आदि की शुरुआत हुई है तब से इंसान की ज़िन्दगी और आसान हो गई है, अब आप हर काम एक क्लिक या टैब के द्वारा कर लेते हैं. लेकिन हम यह भी जानते हैं, कि जितना यह टेक्नोलॉजी इंसान को आराम देती है उतना ही खतरे में भी डाल देती है. हाल ही की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह स्मार्ट डिवाइसेज़ यूज़र की बॉडी मूवमेंट को ट्रैक कर सकते हैं और यूज़र की पर्सनल जानकारी हैक करके लीक कर सकते हैं. Flipkart और Amazon के आज के बेहतरीन ऑफर
हाल ही में, हैकर्स स्टूडेंट की टीम ने एक एक्सपेरिमेंट में एक नए अटैक मैथड के बारे में जानकारी दी थी, जिसमें उन्होंने यह बताया कि कैसे एक स्मार्ट डिवाइस का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा सकता है. इस मैथड में यह डिवाइस आपकी बॉडी मूवमेंट और सेक्सुअल एक्टिविटी भी ट्रैक कर सकते हैं.
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के चार रिसर्चरों ने एक प्रेजेंटेशन में बताया कि, यह स्मार्ट डिवाइस दीवार की दूसरी तरफ भी यूज़र की बॉडी मूवमेंट ट्रैक कर लेते हैं. CovertBand ट्रैकिंग सिस्टम स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्ट असिस्टेंट और अन्य स्मार्ट डिवाइस में मौजूद माइक्रोफोन और स्पीकर का उपयोग करता है. ऑडियो सोर्स में साउंड वेव के द्वारा यूज़र की ऑडियो मूवमेंट को ट्रैक किया जाता है.
कई बार इसके लिए थर्ड पार्टी एप्स का भी सहारा लिया जाता है, ये एप्स ज़्यादातर स्मार्ट डिवाइस में इस्तेमाल किए जाने वाले होते हैं, जिन्हें यूज़र्स आसानी से प्लेस्टोर से इंस्टॉल कर लेते हैं. Covertband पल्स को कवर करने के लिए दूसरी ऑडियो और सॉन्ग का सहारा लेते हैं।
अगर आप ऐसी परेशानियों से बचना चाहते हैं तो सिर्फ ऑथेंटिक एप्स ही डाउनलोड करें और पूरी जानकारी लेने के बाद ही कोई एप डाउनलोड करें. कई मैलवेयर एप प्लेस्टोर पर ऑथेंटिक एप्स जैसे लगते हैं इसलिए कोई भी एप इंस्टॉल करने से पहले स्पेल्लिंग चेक कर लें.
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