Facebook, WhatsApp, X और Instagram चलाने वालों के लिए बड़ी खबर है. भारत-पाकिस्तान टेंशन के बीच सरकार ने यूजर्स को सचेत रहने के लिए कहा है. इसको लेकर प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के आधिकारिक फैक्ट-चेकिंग ट्विटर हैंडल PIB फैक्ट चेक ने एक पोस्ट साझा की है.
इसमें पाकिस्तान-प्रायोजित प्रचार वाली फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट्स के खिलाफ चेतावनी दी गई. पोस्ट में लोगों से फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर (X) और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर मिलने वाली हर जानकारी को सावधानीपूर्वक सत्यापित करने की सलाह दी गई. आपको बता दें कि अभी इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई फेक न्यूज चल रही हैं.
यह चेतावनी पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के संदर्भ में आई. जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए.
“आने वाले दिनों में आपका सोशल मीडिया #पाकिस्तान-प्रायोजित प्रचार से भर सकता है. हर जानकारी को सावधानी से जांचना बेहद जरूरी है. अगर आपको भारतीय सशस्त्र बलों या वर्तमान भारत-पाकिस्तान स्थिति से संबंधित कोई संदिग्ध कंटेंट दिखे, तो इसे PIBFactCheck को रिपोर्ट करें.
इसके लिए यूजर्स वॉट्सऐप नंबर +91 8799711259 पर मैसेज कर सकते हैं या factcheck@pib.gov.in पर मेल भेज सकते हैं. ताकि कोई भी नापक हरकतें देश के साथ खिलवाड़ ना कर सके.
मिनिस्ट्री ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग के तहत काम करने वाली इस नोडल एजेंसी ने नागरिकों से अपील की कि वे फर्जी और भ्रामक कंटेंट को तुरंत रिपोर्ट करें. खासकर वह जो भारतीय सेना या मौजूदा स्थिति से जुड़ा हो. यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए उठाया गया है, क्योंकि पाकिस्तान-समर्थित हैंडल्स द्वारा पुराने वीडियो, तस्वीरें, और फर्जी दावों के जरिए डिजिटल प्रचार युद्ध छेड़ा जा रहा है.
PIB फैक्ट चेक ने हाल के दिनों में कई फर्जी दावों को खारिज किया है, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए. हाल ही में एक फर्जी वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में दावा किया गया कि पाकिस्तान वायुसेना ने श्रीनगर एयरबेस पर हमला किया. PIB ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो 2024 में खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा का है.
इसके अलावा मिग-29 क्रैश की पुरानी तस्वीर को राफेल बताकर उसे पाकिस्तानी द्वारा गिराने का भी झूठा दावा किया गया था. एक वीडियो में अमृतसर सैन्य अड्डे पर हमले का दावा किया गया, जो 2024 का जंगल में आग का फुटेज था. यानी इस तरह के फेक वीडियो और फोटो काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं. ऐसे में आपको सावधान रहना होगा.
हमले के बाद पाकिस्तान ने सोशल मीडिया पर प्रचार युद्ध तेज कर दिया, जिसमें फर्जी वीडियो, पुरानी तस्वीरें, और झूठे दावे शामिल हैं. इनसे बचने की सलाह यूजर्स को दी गई है. फर्जी वीडियो, तस्वीरें या दावों से सतर्क रहें, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचा सकते हैं. PIB, मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस और भारतीय सेना के X हैंडल्स पर अपडेट्स फॉलो करें. इस तरह आप राष्ट्र का साथ दे सकते हैं.