Google न्यूज पब्लिशर्स को बर्बाद करने की तैयारी कर चुका है. इसकी वजह कंपनी का एक नया फीचर है. इसका असर आपको जल्द देखने को मिल सकता है. Google ने अपने Discover फीड में अब AI द्वारा तैयार किए गए न्यूज समरी (सारांश) दिखाना शुरू कर दिया है.
यह फीड Google Search ऐप पर Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है. पारंपरिक हेडलाइन्स और स्निपेट्स की जगह अब यहां संक्षिप्त AI-जनरेटेड सारांश दिखाए जा रहे हैं, जिनके साथ मीडिया प्रकाशन का लोगो भी नजर आता है. यूजर्स को ऊपर-बाएं कोने में किसी मीडिया हाउस का लोगो दिखाई देगा. इन आइकनों पर टैप करने पर एक ‘More’ बटन दिखेगा, जिससे पाठक विभिन्न प्रकाशकों से जुड़ी लिंक्ड आर्टिकल्स की लिस्ट देख सकते हैं.
हर सारांश तीन लाइनों के पूर्वावलोकन से शुरू होता है, जिसे ‘See more’ पर टैप करके विस्तारित किया जा सकता है. साथ ही Google एक चेतावनी भी देता है: “AI-जनरेटेड कंटेंट गलती कर सकता है”, जिससे पारदर्शिता बनी रहे.
हालांकि हर खबर का सारांश AI द्वारा नहीं बनाया जा रहा है, लेकिन Google ने TechCrunch को पुष्टि की है कि यह रोलआउट फिलहाल सिर्फ अमेरिका में ही सीमित है. ये सारांश मुख्यतः लाइफस्टाइल, स्पोर्ट्स और एंटरटेनमेंट से संबंधित खबरों पर केंद्रित हैं. Google का कहना है कि इससे यूजर्स तेजी से यह निर्णय ले सकेंगे कि कौन-से लेख क्लिक करने लायक हैं, जिससे ब्राउज़िंग की एफिशिएंसी बढ़ेगी.
यूजर्स को यह AI सारांश भले ही सुविधाजनक लगें, लेकिन डिजिटल प्रकाशन उद्योग इसके असर को लेकर चिंतित है. जब पाठक खबरों को सीधे Discover पर ही पढ़ लेंगे, तो वे अक्सर मूल वेबसाइट पर जाना छोड़ सकते हैं.
The Economist ने Similarweb के हवाले से रिपोर्ट दी है कि जून 2025 में वैश्विक सर्च ट्रैफिक में साल-दर-साल 15% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह बहस और तेज हो गई है कि AI कैसे डिजिटल मीडिया की कमाई और कंटेंट विजिबिलिटी को प्रभावित कर रहा है.
AI सारांशों के अलावा, Google कुछ खबरों के नीचे बुलेट पॉइंट्स में स्टोरी प्रीव्यू दिखाने का प्रयोग भी कर रहा है. लेकिन इन प्रीव्यूज़ में कोई AI जनरेटेड लेबल नहीं होता, जिससे यह पहचानना मुश्किल हो जाता है कि वे ह्यूमन-एडिटेड हैं या मशीन द्वारा तैयार किए गए.
Google का यह कदम इस ओर संकेत करता है कि टेक इंडस्ट्री किस तरह जनरेटिव AI का इस्तेमाल कंटेंट एग्रीगेशन में बढ़ा रही है. जहां यूजर्स को तेज जानकारी मिलती है, वहीं यह डिजिटल मीडिया आउटलेट्स के लिए राजस्व का गंभीर संकट बन सकता है.
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