अगर आप एयरलाइन से सफर करते हैं और फ्लाइट में अपने फोन को चार्ज करने के लिए पावर बैंक पर निर्भर रहते हैं तो आपके लिए एक बहुत बड़ी और जरूरी खबर है. आज यानी 1 अक्टूबर से एक एयरलाइन कंपनी ने अपने सभी विमानों में पावर बैंक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.
जी हां, अब आप फ्लाइट के दौरान अपने पावर बैंक से फोन या कोई और डिवाइस चार्ज नहीं कर पाएंगे. आप पावर बैंक साथ ले तो जा सकते हैं, लेकिन उसे स्विच ऑफ करके रखना होगा. आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें यह नियम Emirates ने लागू किया है. आइए, जानते हैं कि कंपनी ने यह नियम क्यों लागू किया है और इसके पीछे की वजह क्या है.
तो चलिए, इस नए नियम को अच्छे से समझ लेते हैं, ताकि आपको अगली फ्लाइट में कोई परेशानी न हो. Emirates का नया नियम 1 अक्टूबर, 2025 से लागू हो गया है. इसके तहत आप फ्लाइट के दौरान अपने पावर बैंक का इस्तेमाल नहीं कर सकते. न तो आप इससे अपना फोन या टैबलेट चार्ज कर सकते हैं, और न ही आप सीट पर दिए गए आउटलेट से पावर बैंक को रिचार्ज कर सकते हैं.
हर यात्री अपने केबिन बैगेज में 100 वॉट-घंटे (Wh) तक का एक पावर बैंक ले जा सकता है. लेकिन, इसे पूरी यात्रा के दौरान स्विच ऑफ करके रखना होगा. पावर बैंक को ओवरहेड बिन में रखने की इजाजत नहीं है. इसे या तो आपको अपनी सीट की पॉकेट में रखना होगा या अपने सामने वाली सीट के नीचे.
Emirates का कहना है कि यह फैसला एक सेफ्टी रिव्यू के बाद लिया गया है. हाल के वर्षों में पावर बैंक का उपयोग काफी बढ़ गया है, और इसके साथ ही विमानन में लिथियम बैटरी से संबंधित घटनाओं में भी वृद्धि हुई है. पावर बैंक में आमतौर पर लिथियम-आयन या लिथियम-पॉलिमर बैटरी होती हैं, जिन्हें अगर गलत तरीके से हैंडल किया जाए या वे खराब हों, तो उनमें आग लगने का खतरा हो सकता है. ओवरहीटिंग या खराब बैटरी से जुड़े इन्हीं जोखिमों को कम करने के लिए Emirates ने इनके इस्तेमाल पर रोक लगाई है.
Emirates ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे एयरपोर्ट के लिए निकलने से पहले अपने सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और पावर बैंक को पूरी तरह से चार्ज कर लें. एयरलाइन का कहना है कि उनके विमानों में पहले से ही चार्जिंग पोर्ट लगे हुए हैं, जिनका इस्तेमाल यात्री कर सकते हैं. आपको यह भी बता दें कि पावर बैंक को लेकर वैश्विक नियम पहले से ही मौजूद हैं.
IATA जैसे अंतर्राष्ट्रीय निकाय आमतौर पर 100Wh (लगभग 27,000mAh) तक के पावर बैंक को हैंड लगेज में ले जाने की अनुमति देते हैं. हालांकि, एयरलाइंस को अपने नियम और सख्त करने का अधिकार होता है, जैसा कि Emirates ने अब किया है.
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