अगर आप एप्पल और टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए काफी रुचिकर हो सकती है. असल में, Apple के CEO टिम कुक ने हाल ही में खुलासा किया है कि अमेरिका में दूसरी तिमाही (Q2) के दौरान सेल हुए ज्यादातर iPhone अब भारत में निर्मित हो रहे हैं. यह सब तब हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार भारत में एप्पल की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर अपनी आपत्ति जताई है.
31 जुलाई को अपनी क्वार्टरली फाइनेंसियल रिपोर्ट के बाद टिम कुक ने बताया था कि, “जैसा कि मैंने पिछले क्वार्टर में कहा था, अमेरिका में बिकने वाले लगभग लगभग सभी iPhone अब इंडिया ओरिजिन से संबंध रखते हैं.” इसका सीधा सा मतलब यह है कि अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर iPhone अब इंडिया में बनाए जा रहे हैं. जबकि चीन अब गैर-अमेरिकी क्षेत्रों के लिए प्रोडक्शन पर अपना फोकस कर रहा है. इसे चीन के लिए एक बड़ा झटका भी कहा जा सकता है, क्योंकि अभी तक के लिए अमेरिका के साथ साथ दुनिया भर में सेल होने वाले ज्यादातर iPhones को चीन में निर्मित किया जा रहा था.
जहां तक एप्पल के दूसरे प्रोडक्ट्स (MacBook, iPad, Apple Watch) की बात है, उनके लिए वियतनाम अब अमेरिकी मांग के लिए प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग बेस बनता जा रहा है. वहीं चीन का रोल अब धीरे धीरे कम हो रहा है. हालाँकि, इंटरनेशनल बाजार में इसका दबदबा अभी भी बना हुआ है.
राष्ट्रपति ट्रंप भारत में एप्पल की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर लगातार विरोध जता रहे हैं। मई में अपनी दोहा यात्रा के दौरान उन्होंने कहा, “टिम कुक… मैंने तुम्हारा हमेशा काफी ध्यान रखा है, लेकिन अब सुन रहा हूं तुम इंडिया में फैक्ट्रियां बना रहे हो, मुझे ये पसंद नहीं.” हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने भारत से आयात पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा भी की है. हालांकि स्मार्टफोन जैसे प्रोडक्ट्स अभी एक्सेम्प्टेड हैं, लेकिन जानकारों का कहना है कि भविष्य में यह राहत हमेशा नहीं रहेगी.
फ्रेश मार्केट डेटा और Canalys की रिपोर्ट के मुताबिक, जून तिमाही में पहली बार भारत US का सबसे बड़ा स्मार्टफोन निर्यातक बन गया है, जहां कुल स्मार्टफोन शिपमेंट में 44% हिस्सा भारत का है. वियतनाम (Samsung के मुख्य प्रोडक्शन का बेस है) और यह दूसरे नंबर पर है. वहीं चीन की भागीदारी केवल 25% रह गई, जो पिछले साल 60% से कहीं कम है. यानी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग ट्रेंड्स अब तेज़ी से बदल रहे हैं.
भारत को iPhone मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने की एप्पल की नीति ने कंपनी और डोनाल्ड ट्रंप के रिश्तों में दरार डाल दी है. ट्रंप लगातार Tim Cook को चेताते आ रहे हैं कि एप्पल को अमेरिका के बाहर स्मार्टफोन फैक्ट्रियां नहीं बढ़ानी चाहिए, खासकर भारत में, लेकिन टीम कुक पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है.
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