shaitan-vs-drishyam-why-r-madhavan-film-is-better-than-ajay-devgn-classic (1)
भारतीय सिनेमा में क्राइम थ्रिलर जॉनर हमेशा से दर्शकों को अपनी सीट से बांधे रखने वाला रहा है। 2015 में आई अजय देवगन की दृश्यम ने इस जॉनर को नई ऊँचाई दी, इस कहानी में यह देखने को मिला कि कैसे एक साधारण परिवार और कानून के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चल सकता है, जिसमें इमोशन्स और सस्पेंस का बेहतरीन तड़का भी देखने को मिला था। हालाँकि, 2024 में आर. माधवन की शैतान ने इस गेम को पूरी तरह बदल कर रख दिया है।
शैतान सिर्फ एक थ्रिलर नहीं है; यह एक डार्क साइकोलॉजिकल दास्तां है, जिसमें क्राइम और इंसानी फितरत की असलियत देखने को मिलती है। इस कहानी में हमने देखा कि एक इंसान ताकत की चाह में किस कदर अंधा हो सकता है और किसी को भी किस हद तक नुकसान पहुंचा सकता है, फिल्म को देखकर आप डर को अपने बेहद करीब महसूस करने वाले हैं, असल में यह फिल्म मेरी राय में कहीं न कहीं आपके साथ जुड़ जाती है। कहानी में आर. माधवन की इंटेंस परफॉर्मेंस, दमदार स्क्रीनप्ले और नैरेटिव की गहराई शैतान फिल्म को एक स्टैंडर्ड क्राइम थ्रिलर से कहीं ज्यादा बना देती है।
जहाँ दृश्यम इमोशनल इंटेलिजेंस और सस्पेंस के बल पर टिकी है, वहीं शैतान आपको एक अंधेरी, अनकंफर्टेबल और रियल दुनिया में खींच लेती है। यही कारण है कि कई सिनेमाप्रेमियों के लिए यह फिल्म न सिर्फ दृश्यम से अलग है, बल्कि कई मायनों में बेहतर भी है।
दृश्यम की कहानी जहां शुरूआत में बेहद साधारण नजर आती है, धीरे धीरे कहानी एक नया ही मोड़ ले लेती है, इस कहानी में एक दमदार इमोशनल हुक भी देखने को नजर आता है, असल में, इस कहानी में देखा जा सकता है कि कैसे एक मिडल-क्लास फैमिली एक अनचाहे मर्डर के बीच फंस जाती है और इसके बाद कैसे पुलिस और इस परिवार के बीच संघर्ष चलता है। शायद यही कारण है कि इस फिल्म में दिखाया गया कैट-एंड-माउस गेम दर्शकों को अपनी और खींच लेता है और स्क्रीन से एक पल के लिए भी दूर होने नहीं देता है। फिल्म का नैरेटिव स्लो-बर्न है, जो सस्पेंस को धीरे-धीरे बिल्ड करता है।
दूसरी ओर, शैतान एक बिलकुल ही अलग फिल्म है, यह सिर्फ क्राइम या इसके बाद के सर्वाइवल तक ही सिमटी नहीं है, बल्कि इसमें ह्यूमन डार्कनेस की गहराइयों को भी दिखाया गया है। फिल्म का फोकस सिर्फ कहानी पर नहीं, बल्कि उस नैतिक दुविधा पर है जिसमें इंसान कब शैतान बन जाता है, इसका उसे पता ही नहीं चलता। यह एंगल शैतान मूवी को एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर के तौर पर प्रसिद्धि दे रहा है। कहानी नॉन-लिनियर है, इसका मतलब है कि आपको अचानक ही कहानी एक नया ही ट्विस्ट देखने को मिल सकता है, जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा, फिल्म के हर सीन में ऑडियंस को नया शॉक वैल्यू मिलता है।
अजय देवगन ने दृश्यम में कमाल की परफॉर्मेंस दी थी, उनका इमोशनल रेंज और अंडरस्टेटेड स्टाइल रोल के लिए परफेक्ट था। लेकिन शैतान में आर. माधवन की परफॉर्मेंस का लेवल कुछ अलग है, उन्होंने इस फिल्म में जो अभिनय किया है, वह दर्शाता है कि वह एक अव्वल दर्जे के अभिनेता है, जो किसी भी किरदार को बखूबी निभा सकते हैं, फिल्म में उन्होंने ग्रे शेड्स को इतना नैचुरल तरीके से निभाया कि आप इनके अभिनय को देखकर उनके मुरीद हो जाने वाले हैं। फिल्म में उनके चेहरे के छोटे-छोटे एक्सप्रेशंस, डायलॉग डिलीवरी और इंटेंस लुक फिल्म को भी एक अलग ही लेवल पर ले जाता है।
अजय देवगन, तब्बू, श्रिया सरन, इशिता दत्ता, मृणाल जाधव, रजत कपूर!
स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म: Amazon Prime Video, Disney+ Hotstar
अजय देवगन, आर. माधवन, ज्योति देशपांडे, जतिन गोस्वामी!
स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म: Netflix
दृश्यम एक ब्रिलियंट फैमिली थ्रिलर है, लेकिन शैतान का सिनेमा ज्यादा बोल्ड, डार्क और इमोशनली कॉम्प्लेक्स है। इसका मतलब है कि यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक एक्सपीरियंस है जो आपके दिमाग में लंबे समय तक रहता है। इसलिए, अगर आप गहराई, साइकोलॉजिकल टेंशन और उम्दा लेवल का डायरेक्शन देखना चाहते हैं, तो शैतान निश्चित रूप से दृश्यम से एक कदम आगे है।