Google का नया Gallery Go कैसे अलग है Google Photos से; आइये जानते हैं

Updated on 28-Aug-2019

इसे 2017 में एंड्राइड Oreo के साथ ही पेश किया गया था, एंड्राइड Go खासतौर पर उन स्मार्टफोंस के लिए पेश किया गया था, जो कम रैम और कम कीमत में आते हैं। इसके अलावा इसे खासतौर पर उभरते बाजारों जैसे भारत जैसे देशों के लिए लॉन्च किया गया था। हालाँकि मात्र लाइटवेट OS ही नहीं, इसके अलावा इस OS में आपको अन्य कई एप्स जैसे गूगल गो, यूट्यूब गो और जीमेल गो के अलावा अन्य कई एप्स भी मिल रहे हैं। इसके अलावा 24 जुलाई को इस लिस्ट में Gallery Go को भी जोड़ दिया गया था। इसे इस श्रेणी में पेशब किया गए एक नए प्रोडक्ट या ऐप के तौर पर देखा जा सकता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत इसका लाइटवेट होने के साथ साथ गूगल फोटो ऐप का ऑफलाइन एक्सेस भी आपको इसमें मिल जाता है। 

आज हम इन दोनों ही एप्स के बीच में यानी Google Gallery Go और Google Photos App के बीच तुलना करके देखने वाले हैं कि आखिर आपको किस ऐप को ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए, हम यह तुलना आज कई पैमानों को ध्यान में रखकर करने वाले हैं। आइये जानते हैं आखिर क्या अंतर हैं इन दोनों के बीच में…

Gallery Go और Google Photos में एक जैसा क्या है?

दोनों ही एप्स में आपको फोटो गैलरी मिल रही है, जिसके द्वारा आपको अपनी फोटो को ब्राउज कर सकते हैं, इसके अलावा इन्हें एडिट कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी सभी फोटो को एक ही क्रोनिकल ऑर्डर में देख सकते हैं। इसके अलावा अलग अलग फोल्डर में भी आपको यहाँ फोट नजर आने वाली हैं। 

इसके अलावा अगर आपके फोन में एक माइक्रो-एसडी कार्ड स्लॉट है तो आप फोटो कॉपी और पेस्ट कर सकते हैं। ऐसा आप सीधे कार्ड से अपनी गैलरी गो और गूगल फोटो में ट्रांसफर कर सकते हैं। 

इसके अलावा आपको बता देते हैं कि गूगल का एडिटिंग टूल भी आपको दोनों ही एप्स में मिल रहा है। इसके माध्यम से आप अपनी तस्वीरों को जल्दी से भी क्रॉप आदि भी कर सकते हैं, इसके अलावा इन्हें रोटेट कर सकते हैं और इनमें फ़िल्टर आदि भी जोड़ सकते हैं। इसके अलावा आप यहाँ मौजूद अन्य कई ऑप्शन के साथ अपनी फोटो में सुधा आदि भी कर सकते हैं। इसके अलावा आपको बता देते हैं कि ब्राइटनेस और कंट्रास्ट आदि को एक ही टैप में सही करने के लिए आप गूगल के ऑटो-एन्हांस टूल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

इसके अलावा आपको यह भी बता देते हैं कि आपको गूगल फोटोज की तरह ही गूगल गैलरी गो में भी ऑटोमैटिक फोटो सॉर्ट करने का ऑप्शन भी मिल रहा है। इसके अलावा आप इन दोनों ही एप्स में अपनी फोटो की श्रेणी भी निर्धारित कर सकते हैं। 

आपको गूगल गैलरी गो में क्या नहीं मिल रहा है?

जहां एक ओर गूगल ने कोशिश की है कि आपको गूगल गैलरी गो में ही वैसा ही एक्सपीरियंस मिले, जैसा आपको गूगल फोटोज में मिलता आया है। हालाँकि इसके बाद भी आपको कई ऐसे फीचर्स हैं जो यहाँ आपको नहीं मिल रहे हैं। 

पहला फीचर की चर्चा अगर करें तो यह ऐसा कुछ है कि आपको गूगल गैलरी गो में वही फोटो मात्र मिल रही हैंम जिन्हें आप अपने डिवाइस में देख सकते हैं। जैसा कि गूगल फोटोज में होता है, आपको यहाँ क्लाउड अकाउंट में अपनी फोटो नजर नहीं आती हैं। 

इसके अलावा गूगल गैलरी गो आपको फोटो को कई अलग अलग श्रेणी में ओर्गनाइज कर देती है, इसमें आपको गूगल फोटोज का सर्च बार नहीं मिल रहा है। आपको गूगल फोटोज में मिल रहा सर्च बार इसलिए भी मदद करता है क्योंकि आप बड़ी आसानी से किसी भी फोटो को उसके नाम से सर्च कर सकते हैं। हालाँकि आप लोकेशन से भी सर्च कर सकते हैं। इसके अलावा आप पेट टाइप्स से भी फोटो सर्च कर सकते हैं। हालाँकि गूगल गैलरी गो में आपको ऐसा कुछ नहीं मिल रहा है। 

इसके अलावा आपको कई एडिशन टूल्स भी गूगल गैलरी गो में नहीं मिल रहे हैं। हालाँकि इसमें आपको फिल्टर्स और क्रोपिंग/रोटेटिंग के लिए फीचर्स मिल रहे हैं। इसके अलावा आपको एक्सपोज़र, हाईलाइट्स, सचुरेशन वार्मथ आदि के लिए स्लाइडर्स भी मिल रहे हैं। 

अन्य फीचर्स जो गूगल गैलरी गो में नहीं हैं

  • क्रोमकास्ट इंटीग्रेशन
  • गूगल लेंस
  • गूगल फोटो असिस्टेंट जो ऑटोमैटिक कोलाज और विडियो बना देता है
  • आर्काइव फोल्डर
  • गूगल फोटो बुक्स के लिए सपोर्ट
Ashwani Kumar

Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life.

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