अक्सर लोग यह मान लेते हैं कि गर्मी की शुरुआत में एक बार AC की सर्विस करवाने से पूरा सीजन बिना किसी दिक्कत के निकल जाएगा। लेकिन यह सोच सही नहीं है। खासकर उत्तर भारत जैसे इलाकों में जहां मार्च से लेकर सितंबर तक ज्यादातर घरों में AC का इस्तेमाल लगातार होता है, वहां केवल एक सर्विस पूरे सीजन की देखभाल के लिए काफी नहीं होती।
एयर कंडीशनिंग एक्सपर्ट्स का मानना है कि हर दो महीने में AC की सर्विस कराना ज़रूरी है, खासतौर पर उन जगहों पर जहां एयर पल्यूशन ज्यादा होता है। जून के आखिर तक अगर आपने अपनी दूसरी सर्विस नहीं करवाई है, तो अब समय है AC की कंडीशन दोबारा जांचने का। चलिए, जानते हैं क्यों ये दूसरी सर्विस इतनी अहम मानी जाती है।
गर्मी आते ही पहली सर्विस कराई जाती है, जिसमें फिल्टर और यूनिट की सफाई होती है। लेकिन यह महज़ एक तैयारी होती है, न कि पूरे मौसम का समाधान। जैसे-जैसे AC का इस्तेमाल बढ़ता है, उसकी परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है। अगर आप सीजन के बीच में एक और सर्विस नहीं करवाते, तो यूनिट की एफ़िशिएंसी धीरे-धीरे घटने लगती है और ख़राबी की आशंका बढ़ जाती है। दूसरी सर्विस से सिस्टम बेहतर तरीके से काम करता है और कंप्रेसर जैसे नाज़ुक हिस्सों को नुकसान से बचाया जा सकता है।
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हर दिन घंटों तक AC चलने से उसके फिल्टर, कॉइल और ब्लोअर पर गंदगी जमा हो जाती है। उत्तर भारत और दिल्ली-NCR जैसे क्षेत्रों में यह समस्या और भी आम है, क्योंकि वहां धूल और प्रदूषण ज्यादा है। इससे सबसे पहले AC की कूलिंग एफिशिएंसी पर असर पड़ता है और बिजली की खपत बढ़ जाती है। अगर समय पर इन हिस्सों की डीप क्लीनिंग न हो, तो कंप्रेसर पर दबाव बढ़ जाता है और साथ ही ब्लास्ट होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
दूसरी सर्विस के दौरान यूनिट की इंटरनल सफाई दोबारा की जाती है जिससे एयरफ्लो और कूलिंग दोनों बेहतर हो जाते हैं।
अगर आप पूरे सीजन में सिर्फ एक बार सर्विस कराते हैं, तो हो सकता है मशीन में कोई तकनीकी समस्या धीरे-धीरे बढ़ रही हो और आपको उसकी भनक भी न लगे। मिड-सीजन या एंड-सीजन में की गई दूसरी सर्विस से टेक्नीशियन ऐसी दिक्कतों को समय रहते पहचान सकता है। इससे न केवल वर्तमान सीजन में परफॉर्मेंस बेहतर होती है, बल्कि अगली गर्मी में किसी बड़ी रिपेयर कॉस्ट से भी बचा जा सकता है।
गर्मियों के महीनों में AC का रोज़ कई घंटों तक चलना आम बात है। इस लगातार इस्तेमाल से मशीन के अंदर ओवरहीटिंग, गैस प्रेशर में बदलाव और कंप्रेसर फेल जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अगर सर्विस के बाद भी एयरफ्लो रुक जाए तो AC खुद-ब-खुद बंद भी हो सकता है।
दूसरी सर्विस में इन खामियों को सुधारा जाता है, जिससे आपका AC पूरे सीजन सही तरीके से काम करता रहे और लगातार ठंडी हवा देता रहे।
अगर आप चाहते हैं कि आपका AC सीजन भर अच्छी कूलिंग दे और उसमें कोई बड़ी तकनीकी खराबी न आए, तो पहली सर्विस के बाद दो महीने के अंदर दूसरी सर्विस जरूर कराएं। खासतौर पर प्रदूषित इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए यह एक जरूरी प्रक्रिया है, जो न सिर्फ मशीन की उम्र बढ़ाती है, बल्कि बिजली बचाने में भी मदद करती है।