Refurbished Phones: टेक-क्रेजी दौर में हर कोई प्रीमियम स्मार्टफोन का दीवाना बन रहा है. लेकिन, iPhone जैसे फ्लैगशिप फोन्स की आसमान छूती कीमतें अक्सर जेब पर भारी पड़ती हैं. ऐसे में Refurbished Phones एक पॉपुलर ऑप्शन बनकर उभरे हैं. लेकिन, क्या होते हैं Refurbished Phones और क्या इनको खरीदना सही रहता है? आइए जानते हैं.
रिफर्बिश्ड फोन प्री-ओन्ड डिवाइस होते हैं. आसान भाषा में समझें तो वैसे फोन जो किसी वजह से मैन्युफैक्चरर या रिटेलर को वापस किए गए हों. आप आप पूछेंगे ये फोन वापस क्यों किए जाते हैं तो इसका सीधा जवाब है कि हो सकता है उनमें छोटा-मोटा डिफेक्ट हो, कॉस्मेटिक डैमेज (जैसे स्क्रैच) हो, या कस्टमर ने बस मन बदल लिया हो.
इन फोन को प्रोफेशनली टेस्ट, रिपेयर और री-सर्टिफाई किया जाता है. इससे वे नए जैसे काम करें. फिर इन्हें कम कीमत पर अक्सर लिमिटेड वारंटी के साथ दोबारा बेचा जाता है. Amazon Great Summer Sale 2025 जैसे इवेंट्स में रिफर्बिश्ड फोन्स पर भारी डिस्काउंट्स मिलते हैं.
रिफर्बिश्ड और यूज्ड फोन्स में बड़ा फर्क है. यूज्ड फोन “जैसा है, वैसा” बेचा जाता है, जिसमें हिडन प्रॉब्लम्स हो सकते हैं. रिफर्बिश्ड फोन्स को एक्सपर्ट्स चेक करते हैं. फिर खराब पार्ट्स रिप्लेस करते हैं (जैसे बैटरी या स्क्रीन) और नए सॉफ्टवेयर के साथ तैयार करते हैं. मिसाल के तौर पर Apple का रिफर्बिश्ड iPhone नए जनरेशन बॉक्स एक साल की वारंटी और ऑरिजिनल एक्सेसरीज के साथ आता है.
सबसे बड़ा सवाल है क्या रिफर्बिश्ड फोन खरीदना सेफ है? इसका कोई सीधा जवाब नहीं है. लेकिन, यह इस बात पर डिपेंड करता है कि आप कहां से खरीद रहे हैं. Apple, Samsung, Amazon और Flipkart जैसे ट्रस्टेड ब्रैंड्स या सर्टिफाइड रिटेलर्स से खरीदना सेफ और कॉस्ट-इफेक्टिव है. इनके रिफर्बिश्ड प्रोग्राम्स में सख्त क्वालिटी चेक्स, वारंटी (30 दिन से 1 साल तक) और रिटर्न पॉलिसी होती हैं.
उदाहरण के तौर पर Amazon Renewed सेक्शन में रिफर्बिश्ड iPhone 15 को 6 महीने की वारंटी के साथ ₹40,000 तक में लिया जा सकता है. मगर किसी अनजान सेलर, लोकल मार्केट या अनजान वेबसाइट से खरीदना रिस्की है. ऐसे फोन्स में हार्डवेयर इश्यू, खराब बैटरी या सिक्योरिटी प्रॉब्लम्स हो सकते हैं.
कुछ मामलों में फोन चोरी का भी हो सकता है जिससे IMEI ब्लॉक होने का खतरा रहता है. यूजर्स ने कई बार शिकायत की है कि अनट्रस्टेड सोर्स से रिफर्बिश्ड फोन खरीदने पर स्क्रीन फ्लिकरिंग या सॉफ्टवेयर ग्लिच जैसे इश्यू आए हैं.
अब बात उस डील की जो सुनने में सपने जैसी लगती है. ₹50,000 का iPhone सिर्फ ₹15,000 में खरीदना सही है? इसमें आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. कई बार ऐसी भारी डिस्काउंट वाली डील्स अक्सर रेड फ्लैग होती हैं. ये स्कैम, नकली डिवाइस या हैवी डैमेज वाला फोन हो सकता है. कुछ सेलर्स रिफर्बिश्ड के नाम पर यूज्ड या रीपैक्ड फोन्स बेचते हैं. जिनमें ऑरिजिनल पार्ट्स की जगह सस्ते चाइनीज पार्ट्स यूज किए जाते हैं.
ऐसे में आपको ऐसी डील लेते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. इसके लिए हमेशा सेलर की क्रेडिबिलिटी चेक करें. इसके अलावा सर्टिफाइड रिफर्बिश्ड लेबल, वारंटी और रिटर्न पॉलिसी देखें. Refurbished iPhone लेने के लिए आप फोन का IMEI नंबर वेरिफाई करें और बिल मांगें. आप Apple की ऑफिशियल वेबसाइट पर आप सीरियल नंबर चेक करके फोन की ऑथेंटिसिटी कन्फर्म कर सकते हैं.
रिफर्बिश्ड iPhone 13 या Samsung Galaxy S23 को आप 30-50% कम कीमत में ले सकते हैं. लेकिन, ऐसे फोन लेने के लिए आप सर्टिफाइड सेलर्स जैसे Amazon Renewed, Flipkart Refurbished या Apple Refurbished Store पर जा सकते हैं. वारंटी, रिटर्न पॉलिसी और क्वालिटी सर्टिफिकेशन को प्रायोरिटी दें. सस्ते के चक्कर में अननोन सेलर्स से बचें और सस्ते में फोन लेकर दोस्तों के सामने शो-ऑफ करें.
यह भी पढ़ें: कूलर ऑन करते ही डाल दें ये 5 रुपये वाली चीज, 2 मिनट में बन जाएगा AC का ‘बाप’, कमरा बन जाएगा लद्दाख!