अब खोया मोबाइल ढूंढना हुआ बाएं हाथ का खेल, मिनटों में ट्रैक करें और वापस पाएं, जानिए कैसे

Updated on 15-Jun-2025
HIGHLIGHTS

यह पहल आपको आपका फोन ट्रैक करने और उसे वापस पाने में मदद कर सकती है।

अपने लॉन्च से अब तक यह पोर्टल 33,18,051 तक स्मार्टफोन्स को ब्लॉक कर चुका है।

दिल्ली NCR मोबाइल चोरी या खोने के 7.9 लाख से ज्यादा मामलों के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर है।

मोबाइल का खोना बेहद निराशाजनक हो सकता है, लेकिन भारत सरकार की एक पहल आपको आपका फोन ट्रैक करने और उसे वापस पाने में मदद कर सकती है। संचार साथी पोर्टल, जिसे डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DoT) के तहत सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) द्वारा लॉन्च किया गया था, आपके खोए हुए या चोरी हुए मोबाइल फोन को अपने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिट रजिस्टर (CIER) सिस्टम के माध्यम से ब्लॉक, ट्रैक और यहां तक कि वापस पाने में भी आपकी मदद कर सकता है।

अपने लॉन्च से अब तक यह पोर्टल 33,18,051 तक स्मार्टफोन्स को ब्लॉक और 20,07,749 मोबाइल डिवाइसेज को ट्रेस कर चुका है, वहीं 4,57,320 से ज्यादा फोन्स उनके असली मालिकों को वापस किए जा चुके हैं। आइए जानते हैं कि आप अगर कभी ऐसी स्थिति में फंस जाएं तो आप कैसे अपने खोए हुए फोन को ट्रैक और रिकवर कर पाएंगे।

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खोए फोन को कैसे ट्रैक और रिकवर करें?

खोए हुए फोन को ट्रैक करने और वापस पाने के लिए यूजर्स को अपने टेलिकॉम प्रोवाइडर से एक डुप्लिकेट सिम कार्ड लेना जरूरी है। उसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज करें और फिर संचार साथी पोर्टल पर जाएं। इस पोर्टल पर शिकायत ऐसे दर्ज करें:

  • सबसे पहले https://www.ceir.gov.in/ पर जाएं।
  • होमपेज पर Block/Stolen मोबाइल पर टैप करें।
  • अगले पेज पर मोबाइल का IMEI नंबर डालें, कम्प्लेन्ट डिटेल्स, आधार से लिंक्ड एड्रेस और एक ऑल्टरनेटिव कॉन्टैक्ट नंबर डालें।
  • रजिस्टर करने के बाद सिस्टम पुलिस अधिकारियों, साइबर क्राइम यूनिट्स और टेलिकॉम ऑपरेटर्स को अलर्ट देता है।
  • अगर खोया या चोरी हुआ फोन दोबारा इस्तेमाल हुआ–चाहे वह उसी सिम से हो या किसी नई सिम से– तो पूरे नेटवर्क में अलर्ट सक्रिय हो जाते हैं, जिससे सिस्टम को फोन का पता लगाने और उसे वापस पाने में मदद मिलती है।

C-DOT का कहना है कि “मुख्य बात यह है कि मामले की जानकारी जल्दी से जल्दी दी जाए। जल्दी रजिस्ट्रेशन कराने से सिस्टम को फोन को ट्रैक करने में मदद मिलती है, इससे पहले कि वह किसी और के हाथ में चला जाए या तस्करी कर ले जाए”।

CEIR पोर्ट पर शेयर किए गए डेटा के अनुसार, दिल्ली NCR मोबाइल चोरी या खोने के 7.9 लाख से ज्यादा मामलों के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर है, जिसके बाद महाराष्ट्र 4.18 लाख मामलों के साथ दूसरे नंबर पर आता है, फिर 3.90 लाख मामलों के साथ कर्नाटक और आखिर में लक्ष्यद्वीप केवल 11 मामलों के साथ सबसे नीचे है।

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Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं।

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