सोचकर देखिये, कोई व्यक्ति अपने मोबाइल फोन पर एक गेम खेल रहा है? अब जो गेम खेला जा रहा है, इसे आप क्या कहेंगे? क्या इसे मनोरंजन का एक साधन माना जाना चाहिए कि कुछ और? कहीं इसके पीछे पैसो का एक बड़ा खेल तो नहीं है? महाराष्ट्र में ऑनलाइन गेमिंग पर छिड़ा ताजा विवाद इसी चीज़ को सामने लाकर रख रहा है. इस समय ऑनलाइन गेमिंग को लेकर इन्टरनेटी पर अलग ही मुद्दा चल रहा है. हालाँकि, यहाँ एक अन्य बड़ा सवाल इसी मुद्दे को लेकर यह भी खड़ा हो जाता है कि आखिर क्या सभी ऑनलाइन गेम एक जैसे होते हैं, या सभी की प्रवृति अलग अलग होती है और इनमें अलग अलग तरह के खतरे भी छिपे होते हैं? दूसरी और क्या यह आपके मनोरंजन मात्र के लिए होते हैं.
असल में, महाराष्ट्र में ऑनलाइन गेमिंग बैन करने को लेकर एक नई ही चर्चा चल पड़ी है. ऑनलाइन गेमिंग की लत के कारण एक व्यक्ति के साथ घटी त्रासदी का जिक्र भी जोर पकड़ रहा है. इसी को मुद्दा बनाकर अब ऑनलाइन गेमिंग को युवाओं के लिए खतरनाक माना जा रहा है. हालाँकि, हकीकत यह है कि ‘ऑनलाइन गेमिंग’ की चर्चा में सब कुछ एक जैसा नहीं है. असली चिंता का विषय तो “रियल मनी गेमिंग” है, जो लोगों को अपना आदि बना रही है. इसी के चलते यह सब जंजाल बना हुआ है, और महाराष्ट्र में जो माहौल इस समय बना हुआ है, वह भी इसे लेकर ही है.
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग पर बैन या कड़े नियम लागू करने की तैयारी शुरू की है। इसके पीछे तर्क दिए जा रहे हैं, युवाओं में बढ़ती लत, आर्थिक नुकसान और इससे जुड़े अपराध आदि. सबसे बड़ा कन्फ्यूजन यही है: जब भी कोई महाराष्ट्र में इस मुद्दे को उठा रहा है तो समझ लें कि अगर ‘ऑनलाइन गेमिंग’ की बात हो रही है तो वो असल में ज्यादातर ‘रियल मनी गेमिंग’ (RMG) की ओर इशारा है, ट्विटर पर भी इसे लेकर अब थोड़ी थोड़ी जानकारी आना शुरू हो गई है. यह मुद्दा परंपरागत वीडियो गेम्स का नहीं है. इसीलिए, यहां हम साफ–साफ समझेंगे कि ‘रियल मनी गेमिंग’ और परंपरागत वीडियो गेम्स में असल में क्या फर्क होता है.
इन गेम्स में आपको जीतने पर पैसे नहीं दिए जाते हैं, अगर आप पैसा खर्च भी करते हैं तो इस गेम में कुछ नए फीचर आदि जोड़ने के लिए, ऐसा करने से गेम ज्यादा बेहतर और प्रभावी हो जाता है, हालाँकि, इस तरह से पैसे खर्च करने से आपके मनोरंजन में इजाफा होता है लेकिन आपको पैसे की चोट नहीं लगती है. इतना जरुर है कि आपका समय इन गेम्स को खेलने के दौरान ज्यादा खर्च होता है और आप इस तरह के गेम्स के आदी भी हो सकते हैं.
दोनों गेम्स में और क्या हैं बड़े अंतर
आइये जानते हैं कि Real Money Games का उद्देश्य क्या होता है. असल में, इस तरह के गेम्स में पैसा कमाना ही सबसे बड़ा उद्देश्य होता है. इसके अलावा इसमें पैसों का दांव लगाया जाता है, हार जीत होने पर पैसे का लेनदेन होता है, उसके अलावा यह जुए/बेटिंग के कानूनों के तहत होते हैं, इस तरह के गेम्स में रिस्क ज्यादा होता है और इनकी लत भी लग सकती है.
रियल मनी गेमिंग यानी ऐसे ऑनलाइन खेल जिनमें लोग असली पैसे की बाज़ी लगाते हैं और जीतने पर पैसे या इनाम मिलता है। अब जो भी गेम आपको पैसे लगाकर कुछ जीतने के लिए कह रही है, उसे आप इस श्रेणी में रख सकते हैं. उदाहरण के लिए इन गेम्स को भी स्किल बेस्ड गेम माना जा सकता है. असल में, इसपर कुछ समय से विवाद चल रहा है कि आखिर इन्हें स्किल गेम्स माना जाना चाहिए कि नहीं? इसी को लेकर एक केस इस समय सर्वोच्च न्यायालय में चल रहा है, जिसका निर्णय या इसे लेकर एक बड़ा अपडेट 25 जुलाई को आ सकता है.
रियल मनी गेमिंग में पैसा कैसे कमाया जाता है, इसके तरीके अगर देखें जाएँ तो आपसे एंट्री फीस आदि इनके द्वारा ली जाती है और प्लेटफार्म को इस्तेमाल करने के लिए आपसे पैसे लिए जा सकते हैं. ऐसा करके इन गेम्स को फायदा होता है.
यह वो गेम्स हैं जिन्हें खेलने के लिए न तो आपको कोई पैसा देना होता है और न ही इनके द्वारा आपको कोई पैसा कमाने के लिए लालच दिया जाता है. यह केवल और केवल आपके मनोरंजन के लिए होते हैं, आप काफी समय से अपने मोबाइल फोन पर परंपरागत गेम्स खेल रहे होंगे, ऐसे में आप जानते है कि यह फ्री होते हैं. हालाँकि ये गेम्स आपको कुछ सामान खरीदने के लिए कह सकते हैं, जो इनके द्वारा सेल किया जा रहा होता है. लेकिन इसका गेमिंग से कोई लेना देना नहीं होता है.
उदाहरण के तौर पर इन गेम्स में आप BGMI, Free Fire MAX, Call of Duty Mobile आदि को शामिल कर सकते हैं.
हालाँकि, ऐसा नहीं है कि यह गेम्स पैसा नहीं कमाते हैं लेकिन यह फ्री-टू-प्ले या इन-ऐप परचेस आदि के सहारे पैसे कमाते हैं, इसका जिक्र ऊपर भी किया जा चुका है. हालाँकि, इसके अलावा प्रीमियम वर्जन के लिए आपको पैसे भी देने पड़ सकते हैं, लेकिन यह एक बार खरीदने के बाद हमेशा के लिए खेलने के लिए उपलब्ध हो जाते हैं.
इसके अलावा परंपरागत गेम्स में कंपनी पैसा करने के लिए ऐड्स का सहारा लेती है. हालाँकि, इससे यूजर्स को न तो कोई आर्थिक हानि होती है और न लाभ, इससे केवल और केवल कंपनी का फायदा और नुक्सान होता है.
आइये अब जानते है कि परंपरागत गेम्स का उद्देश्य क्या होता है. असल में, यह मूल रूप से आपके मनोरंजन के लिए होते हैं, इनमें स्किल का इस्तेमाल करके इन्हें खेला और जीता जाता है. इसके अलावा आपको इन गेम्स में ऑप्शनल इन-ऐप खरीदारी का ऑप्शन भी मिलता है, इन गेम्स में आपको पैसे का घाटा नहीं होता है, इनमें रिस्क लिमिटेड होता है, हालाँकि, आपको इनकी भी लत लग सकती है, इसी कारण आपका समय बहुत ज्यादा खर्च हो सकता है.
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