करते हैं ऑनलाइन पेमेंट? QR Code स्कैन करने से पहले जान लें ये ज़रूरी बातें, वर्ना लगेगी लाखों की चपत

Updated on 11-Sep-2025

आज के डिजिटल दौर में वित्तीय धोखाधड़ी करने वाले लोग आए दिन नए तरीके खोजकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं. ऐसे समय में ऑनलाइन पेमेंट करते समय सतर्क रहना बेहद ज़रूरी हो जाता है. आज रिटेल स्टोर्स से लेकर सब्ज़ी बेचने वाले तक हर जगह क्यूआर कोड का इस्तेमाल हो रहा है, जिससे लेन-देन तेज़ और आसान हो गया है. लेकिन जितनी यह सुविधा देता है, उतना ही ज़रूरी है कि आप सतर्क रहें और सुनिश्चित करें कि जो क्यूआर कोड आप स्कैन कर रहे हैं, वह असली हो.

फोनपे, गूगल पे और पेटीएम जैसे ऐप्स की मदद से क्यूआर कोड स्कैन करके ऑनलाइन भुगतान अब पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है. चाहे शॉपिंग करनी हो या बिल चुकाना हो, यह प्रक्रिया तुरंत पूरी हो जाती है. मगर इसके साथ ही सतर्क रहना भी बेहद ज़रूरी है, क्योंकि अगर गलती से नकली या गलत क्यूआर कोड स्कैन हो जाए तो आपका पैसा सीधा ग़लत खाते में जा सकता है. इसलिए हमेशा यह सुनिश्चित करें कि क्यूआर कोड भरोसेमंद स्रोत से ही लिया गया हो.

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असली-नकली क्यूआर कोड की पहचान कैसे करें

  • स्रोत की जांच करें: स्कैन करने से पहले यह देखें कि क्यूआर कोड किसी भरोसेमंद स्रोत से आया है.
  • छेड़छाड़ पर ध्यान दें: कोड को ध्यान से देखें, किनारों पर किसी तरह की छेड़छाड़ या चिपकाने के निशान नज़र आएं तो सावधान हो जाएं.
  • अनजान क्यूआर कोड से बचें: एसएमएस या ईमेल से मिले क्यूआर कोड कभी स्कैन न करें, ये अकसर धोखाधड़ी वाले होते हैं और आपका डेटा चुरा सकते हैं.
  • साउंड बॉक्स का इस्तेमाल: दुकानदारों को चाहिए कि वे साउंड बॉक्स का इस्तेमाल करें ताकि तुरंत पुष्टि हो सके कि भुगतान असली क्यूआर कोड से हुआ है.
  • मालिक/दुकान का नाम मिलाएं: क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद भुगतान करने से पहले हमेशा दुकान या मालिक का नाम पूछकर पुष्टि कर लें.
  • पेमेंट डिटेल्स देखें: लेन-देन की पुष्टि से पहले स्क्रीन पर दिख रही सभी जानकारी ध्यान से चेक कर लें.
  • गूगल लेंस का सहारा लें: अगर किसी क्यूआर कोड पर शक हो तो गूगल लेंस से स्कैन करके देखें कि लिंक कहां रीडायरेक्ट हो रहा है.
  • क्यूआर कोड से पेमेंट रिसीव न करें: कोशिश करें कि क्यूआर कोड के ज़रिए पैसे लेने से बचें, यह ज्यादा सुरक्षित तरीका नहीं है.
  • ईमेल और जंक मेल से सावधान: ईमेल या स्पैम मेल में आए क्यूआर कोड कभी स्कैन न करें, वर्ना यूपीआई पिन डालने पर आपका बैंक अकाउंट हैक हो सकता है.

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Faiza Parveen

फाईज़ा परवीन डिजिट हिंदी में एक कॉन्टेन्ट राइटर हैं। वह 2023 से डिजिट में काम कर रही हैं और इससे पहले वह 6 महीने डिजिट में फ्रीलांसर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक स्तर की पढ़ाई कर रही हैं, और उनके पसंदीदा तकनीकी विषयों में स्मार्टफोन, टेलिकॉम और मोबाइल ऐप शामिल हैं। उन्हें हमारे हिंदी पाठकों को वेब पर किसी डिवाइस या सेवा का उपयोग करने का तरीका सीखने में मदद करने के लिए लेख लिखने में आनंद आता है। सोशल मीडिया की दीवानी फाईज़ा को अक्सर अपने छोटे वीडियो की लत के कारण स्क्रॉलिंग करते हुए देखा जाता है। वह थ्रिलर फ्लिक्स देखना भी काफी पसंद करती हैं।

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