Starlink की भारत लॉन्च डिटेल्स लीक! जान लें प्लान से लेकर उपलब्धता तक, Airtel-Jio के उड़ेंगे होश?

Updated on 30-May-2025
HIGHLIGHTS

Starlink का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है

फाइनल अप्रूवल के बाद होगी देश में एंट्री

लॉन्च से पहले ही कीमत को लेकर आई बड़ी जानकारी

बाकी देशों के मुकाबले काफी सस्ते होंगे प्लान्स

Elon Musk की सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी Starlink की भारत में लॉन्चिंग होने वाली है. इसको लेकर फॉर्मेलिटी लगभग पूरी कर ली गई है. फाइनल अप्रूवल के बाद कंपनी जल्द भारत में अपनी सर्विस पेश कर सकती है. लेकिन क्या इसके आने के बाद Airtel, Jio जैसी कंपनियों पर कोई असर पड़ेगा और इसकी कीमत कितनी रहेगी? आइए आपको सारे सवालों के जवाब देते हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, Starlink शुरुआत में 600Gbps से 700Gbps का बैंडविड्थ ऑफर करेगा. इस फेज में चुनिंदा शहरी इलाकों में 30,000 से 50,000 यूजर्स को सपोर्ट दिया जाएगा. कंपनी का बड़ा प्लान है 2027 तक बैंडविड्थ को 3 Tbps तक बढ़ाने का.

जिससे पूरे देश में लाखों यूजर्स को सर्विस दी जा सकेगी, बशर्ते सभी रेगुलेटरी अप्रूवल्स मिल जाएं. यह हाई-स्पीड इंटरनेट खास तौर पर उन रिमोट और अंडरसर्व्ड इलाकों के लिए होगा, जहाँ ट्रेडिशनल ब्रॉडबैंड सर्विस या तो उपलब्ध नहीं हैं या बहुत खराब हैं.

मिलेगा अनलिमिटेड डेटा?

रिपोर्ट के अनुसार, Starlink के मंथली प्लान्स भारत में सिर्फ $10 (लगभग 850 रुपये) से शुरू हो सकते हैं. शुरुआती प्रमोशनल ऑफर्स में अनलिमिटेड डेटा भी शामिल हो सकता है, ताकि ज्यादा से ज्यादा यूजर्स जल्दी जुड़ें. यह कीमत ग्लोबल मार्केट्स की तुलना में काफी कम है.

उदाहरण के लिए, US में Starlink का रेजिडेंशियल प्लान $80 (लगभग 6,800 रुपये) प्रति माह है. भारत में इतनी कम कीमत Starlink को Jio, Airtel, और Vi जैसे टेलिकॉम दिग्गजों के खिलाफ मजबूत बनाएगी. लेकिन, इन कंपनियों तो तत्काल इससे कोई परेशानी नहीं होगी.

आपको बता दें कि भारत में सैटेलाइट इंटरनेट चलाने की रेगुलेटरी कॉस्ट्स ज्यादा हैं. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने शहरी यूजर्स के लिए 500 रुपये प्रति माह का एक्स्ट्रा चार्ज, 4% रेवेन्यू चार्ज, 8% लाइसेंसिंग फी और 3,500 रुपये का सालाना स्पेक्ट्रम ब्लॉक चार्ज प्रस्तावित किया है.

ये रेगुलेशन्स अभी सरकार की अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं. फिर भी, Starlink कम कीमतों के साथ मार्केट में उतरने की योजना बना रहा है, ताकि 10 मिलियन यूजर्स का टारगेट हासिल कर ऊँची स्पेक्ट्रम और इंफ्रास्ट्रक्चर कॉस्ट्स को बैलेंस किया जा सके.

हार्डवेयर कॉस्ट का कितना खर्चा?

Starlink की सर्विस यूज करने के लिए यूजर्स को एक हार्डवेयर किट खरीदनी होगी. जिसमें सैटेलाइट डिश (“Dishy”) और Wi-Fi राउटर शामिल है. US में इस स्टैंडर्ड किट की कीमत $349 (लगभग 29,700 रुपये) है, जबकि पोर्टेबल Starlink Mini किट $599 (लगभग 43,000 रुपये) में आता है. भारत में हार्डवेयर की कीमत अभी कन्फर्म नहीं है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ये 20,000 से 50,000 रुपये के बीच हो सकती है.

अगर Starlink लोकल प्रोडक्शन या फाइनेंसिंग ऑप्शन्स ऑफर करता है तो यह कॉस्ट कम हो सकती है. US में Starlink के Roam प्लान्स $50 (लगभग 4,200 रुपये) से शुरू होते हैं, जो ट्रैवलर्स के लिए हैं और भारत में भी ऐसे प्लान्स लॉन्च हो सकते हैं.

स्पीड और कवरेज

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में Starlink की इंटरनेट स्पीड 25 Mbps से 220 Mbps तक हो सकती है, जो लोकेशन, सैटेलाइट कवरेज, और नेटवर्क कंजेशन पर डिपेंड करेगी. यह स्पीड शहरी फाइबर प्लान्स से कम हो सकती है, लेकिन रूरल यूजर्स के लिए यह किसी क्रांति से कम नहीं होगी.

Starlink के 7,000+ लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट्स लो-लेटेंसी कनेक्टिविटी देते हैं. जो ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉलिंग और स्ट्रीमिंग के लिए आइडियल है. हालांकि, IIFL Research के अनुसार, भारत का जियोग्राफिकल कवरेज ग्लोबल सैटेलाइट कैपेसिटी का सिर्फ 0.7-0.8% है, यानी किसी भी वक्त सिर्फ 700-800 सैटेलाइट्स भारत को कवर करेंगे. 18,000 सैटेलाइट्स के साथ भी Starlink 2030 तक भारत में सिर्फ 1.5 मिलियन यूजर्स को सपोर्ट कर पाएगा.

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Sudhanshu Shubham

सुधांशु शुभम मीडिया में लगभग आधे दशक से सक्रिय हैं. टाइम्स नेटवर्क में आने से पहले वह न्यूज 18 और आजतक जैसी संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं. टेक में रूचि होने की वजह से आप टेक्नोलॉजी पर इनसे लंबी बात कर सकते हैं.

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