गर्मियों में एयर कंडीशनर (AC) की मांग बढ़ जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि AC की भी एक उम्र होती है? भले ही AC पर कोई एक्सपायरी डेट न लिखी हो, लेकिन समय के साथ उसकी परफॉर्मेंस और एफिशिएंसी कम होती जाती है। पुराने AC का इस्तेमाल आपके बिजली के बिल को बढ़ा सकता है और बार-बार खराबियों का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि कब आपको अपने AC को बदल देना चाहिए।
क्या AC की होती है कोई Expiry Date?
हालांकि, ज्यादातर AC पर कोई एक्सपायरी डेट नहीं दी जाती, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वो हमेशा के लिए चलते हैं। समय के साथ किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की वर्किंग पावर घटती है और AC भी इससे अलग नहीं है। पुराने AC का इस्तेमाल करना न केवल बिजली की खपत बढ़ाता है, बल्कि सुरक्षा के नजरिए से भी जोखिम पैदा कर सकता है।
पेशेवरों के अनुसार, एक साधारण एयर कंडीशनर की औसत उम्र 10 से 15 साल होती है। हालांकि, यह अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि आपने AC को कितनी अच्छी तरह मेनटेन किया है, उसका प्रकार क्या है और उसका इस्तेमाल कैसे किया गया है। स्प्लिट AC की उम्र आमतौर पर 15 साल तक हो सकती है, जबकि विंडो AC 8 से 10 साल तक चलता है। ज़्यादातर मैनुफ़ैक्चरर अपने कम्प्रेशर पर 10 साल की वारंटी देते हैं, जो इसके टिकाऊपन का संकेत है।
AC बदलने के संकेत – कब करें अपग्रेड
बार-बार खराब होना: अगर आपका AC बार-बार खराब हो रहा है और आपको टेक्नीशियन को बार-बार बुलाना पड़ रहा है, तो नया AC लेना समझदारी भरा फैसला हो सकता है।
ठंडक कम होना: अगर आपका AC पहले की तरह ठंडा नहीं कर रहा है, तो इसका मतलब हो सकता है कि कम्प्रेशर कमजोर हो रहा है या कोई बड़ी तकनीकी खराबी है।
बिजली का बिल ज्यादा आना: पुराने AC अधिक बिजली की खपत करते हैं। अगर बिजली का बिल बढ़ रहा है, तो नया एनर्जी एफिशिएंट AC लेना फायदेमंद हो सकता है।
अजीब आवाज़ें आना: अगर AC से लगातार अजीब आवाजें जैसे कि रैटलिंग या बज़िंग आ रही हैं, तो यह किसी बड़ी दिक्कत का संकेत हो सकता है।
पानी या गैस का रिसाव: AC में बार-बार पानी या गैस nikal rhi h का रिसाव हो रहा है, तो बार-बार मरम्मत कराने के बजाय नया AC लेना बेहतर विकल्प है।
पुरानी तकनीक: अगर आपका AC 10 साल से पुराना है, तो नया मॉडल लेने का समय आ गया है। नए मॉडल ज्यादा एनर्जी सेविंग, फीचर-रिच और यूजर फ्रेंडली होते हैं।