साइबर फ्रॉड के मामले अब लगातार बढ़ रहे हैं, क्योंकि स्कैमर्स हर नए तरीके से आपको ठगने की कोशिश करते हैं जिसमें वे तभी कामयाब हो पाते हैं अगर आप सावधानी नहीं बरतते हैं। यहां हम आपको ऐसे ही एक और बड़े स्कैम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। दरअसल अब पब्लिक वाईफाई ही नहीं घर के वाईफाई कनेक्शन भी हैकर्स के हाथों लग रहे हैं, जिसके कारण लोग अपने फोन या लैपटॉप को पब्लिक वाईफाई से कनेक्ट करने से बचते हैं क्योंकि उन्हें डर इस बात का होता है कि कहीं उनका सिस्टम किसी साइबर फ्रॉड का शिकार न हो जाए। लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं रहता कि अब हैकर्स घर के वाईफाई को भी हैक कर रहे हैं। अगर आपको इसका शिकार नहीं बनना है तो नीचे दिए गए टिप्स को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करें।
इस स्कैम का शिकार ना बनने के लिए पहली बात जो आपको ध्यान में रखनी पड़ेगी वो है कि आप जब कभी भी अपने घर से निकलें तो अपने वाई-फाई को बंद कर के निकलें। इससे हैकर्स का खतरा कम होने की संभावना है। ऐसा करके आप अपने घर के वाई-फाई नेटवर्क को हैक होने से बचा सकते हैं। तो जब भी घर से निकलें वाईफाई बंद करना ना भूलें।
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अगर आप चाहते हैं कि आपका वाई-फाई सुरक्षित रहे तो अपने फोन से फ़ायरवॉल के ऑप्शन को इनेबल कर सकते हैं। इससे यह होगा कि हैकर्स को आपके घर के वाई-फाई राउटर को हैक करने का मौका नहीं मिलेगा। आप इस तरह से अपने नेटवर्क को सुरक्षित कर सकते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपके घर के वाई-फाई को कोई हैक न कर सके तो उसके लिए आपको सबसे पहले यह करना होगा कि आपको एक मजबूत पासवर्ड रखना होगा जिससे कोई भी हैकर उसे आसानी से न खोल पाए। अगर वह मजबूत न हो तो उसे आज ही बदल दें. इससे भी आप अपने नेटवर्क को बचा सकते हैं।
यह आपके घर के वाईफाई के लिए काफी सुरक्षित एन्क्रिप्शन है। अगर आपके पास ऐसा डिवाइस है जो 10 साल से भी ज्यादा पुराना है तो वो WPA2 के अनुकूल नहीं हो पाएगा। इसके लिए आपको हमेशा से अपने डिवाइस को अपडेट करते रहना चाहिए जिससे आपकी सुरक्षा बनी रहे। इसके अलावा अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके वाई-फाई राउटर में WPA2 सपोर्ट करता है या नहीं तो उसके लिए आपको अपनी नेटवर्क सेटिंग और वायरलेस प्रॉपर्टीज़ को चेक करना पड़ेगा।
आप जब भी अपने घर के नेटवर्क को सेट करते हैं तो आपसे यह कहा जाता है कि आप उसे पब्लिक करें, इसे SSID भी कहा जाता है। ऐसे में अगर धोके से भी आपके दोनों नेटवर्क अनएन्क्रिप्टेड होते हैं तो इससे आपके नेटवर्क के हैक होने की संभावना बढ़ सकती है। यह आपके नेटवर्क के लिए काफी जोखिम भरा हो सकता है।
अगर आप चाहते हैं कि हैकर्स आपका नेटवर्क आसानी से हैक न कर सकें तो इसके लिए SSID को हाइड करना बहुत जरूरी है। इससे आपके नेटवर्क का नाम हमेशा छुपा रहेगा। इतना ही नहीं डिफ़ॉल्ट नेम को बदलने से हैकर के लिए यह और भी मुश्किल हो जाएगा, वो आपके राउटर को पहचान ही नहीं पाएंगे। इससे आप अपने नेटवर्क को हैक होने से बचा सकते हैं।
ये कुछ स्टेप्स थे जिन्हें अगर आप ध्यान रखेंगे तो आपका नेटवर्क कोई भी बड़े से बड़ा हैकर हैक नहीं कर सकेगा, और इससे आप अपने नेटवर्क को सुरक्षित रख सकते हैं।