अगर आपको लगता है कि हॉरर फिल्मों या वेब सीरीज से अब डरना नामुमकिन है, तो Netflix की एक मिनी-वेब-सीरीज इस सोच को पूरी तरह बदल सकती है. यह भारतीय मिनी-सीरीज इंसानी खौफ और मनोविज्ञान के सबसे अंधेरे हिस्सों में उतरती है. इसमें डर और सामाजिक-राजनीतिक पहलुओं का अनोखा मिश्रण देखने को मिलता है. इतना गहन माहौल है कि इसे अकेले देखने से पहले शायद आप झिझक जाएंगे.
हम बात कर रहे हैं राधिका आप्टे की Ghoul की. Ghoul कुल तीन एपिसोड की एक हॉरर-थ्रिलर सीरीज है, जो साल 2018 में Netflix पर आई थी. इसका निर्देशन पैट्रिक ग्राहम ने किया था, जबकि Blumhouse Productions, Phantom Films और Ivanhoe Pictures ने इसे मिलकर बनाया. यह Sacred Games के बाद Netflix पर रिलीज़ हुई दूसरी भारतीय ओरिजिनल सीरीज थी.
इस शो में राधिका आप्टे ने नीदा रहीम नाम की एक नई मिलिट्री इंटरोगेटर की भूमिका निभाई है. कहानी एक काल्पनिक भविष्य पर आधारित है, जहां तानाशाही सरकार का राज है. प्लॉट एक दूरस्थ डिटेंशन सेंटर में आगे बढ़ता है, जहां अली सईद (महेश बलराज) नाम का रहस्यमयी कैदी बंद है. उसके अजीब व्यवहार और नीदा द्वारा उसकी सच्चाई की पड़ताल धीरे-धीरे अलौकिक और वास्तविकता की सीमाओं को धुंधला कर देती है.
इस मिनी-सीरीज को रिलीज़ के बाद काफी सराहना मिली. Rotten Tomatoes पर इसे 83% की अप्रूवल रेटिंग हासिल हुई और IMDb पर इसे 7 की रेटिंग मिली. समीक्षकों ने इसके हॉरर को बेहद असरदार कहा, वहीं दर्शकों ने राधिका आप्टे के जटिल किरदार की तारीफ की.
Ghoul अभी भी Netflix पर स्ट्रीम की जा सकती है. हर एपिसोड करीब 45 मिनट का है, यानी यह वीकेंड बिंज वॉचिंग के लिए एकदम सही है. हालांकि, इसके गहरे मुद्दे और डरावने दृश्य इसे अकेले देखने के लिए चुनौतीपूर्ण बना सकते हैं. इस वजह से अगर आप कमोजर दिल वाले हैं तो इसको अकेले देखने से परहेज करें.
भारत में हॉरर कंटेंट अक्सर सिर्फ भूत-प्रेत तक सीमित होता है, लेकिन Ghoul उस दायरे से बाहर जाकर अलौकिक डर और सियासी हकीकत को जोड़कर कुछ अनोखा पेश करती है. अगर आपको डर के साथ-साथ गहराई वाली कहानी पसंद है, तो यह सीरीज आपकी लिस्ट में जरूर होनी चाहिए.
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