-अल्फिया खानम
यह फिल्म एक मां और बेटे की मानसिक हालत और उनके घर में हो रही अजीब घटनाओं पर आधारित है। इसका धीमा लेकिन गहराई से डराने वाला माहौल आपको अंदर तक झकझोर देगा। भूत कम, मनोवैज्ञानिक डर ज़्यादा है — और यही इसकी ताकत है।
यह हॉरर थ्रिलर एक गांव की काली सच्चाइयों और तंत्र-मंत्र की रहस्यमयी कहानी पर आधारित है। फिल्म का लोकल फ्लेवर और अप्रत्याशित ट्विस्ट आपको पूरी तरह बांध कर रखेंगे।
एक सिंगल मदर, उसकी बेटी और एक अध्यापक की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती यह फिल्म पारंपरिक आत्मा-बाधा वाली हॉरर स्टोरी है, लेकिन इसकी प्रेजेंटेशन और बैकग्राउंड स्कोर इसे खास बनाते हैं। क्लाइमैक्स में आपका कलेजा मुंह को आ सकता है!
यह फिल्म तीन लोगों की इंटरकनेक्टेड कहानियों को बहुत ही अनोखे और डार्क तरीके से पेश करती है। ब्लाइंड पर्सन, ब्लैक मैजिक और मनोवैज्ञानिक खेल — सब कुछ एक साथ। दिमाग को उलझा देने वाली, और डर धीरे-धीरे रेंगता है।
अनुष्का शेट्टी की ये फिल्म एक सरकारी अफसर और एक पुराने हवेली में बंद आत्मा की कहानी को जबरदस्त तरीके से दिखाती है। इसमें हॉरर, सस्पेंस और राजनीति का तगड़ा मिश्रण है। अनुष्का की परफॉर्मेंस रोंगटे खड़े कर देती है।
रियल इंसिडेंट से प्रेरित यह फिल्म क्लासिक हॉरर एलिमेंट्स को मॉडर्न स्टाइल में पेश करती है। एक परफेक्ट बैकग्राउंड स्कोर, बढ़िया सिनेमैटोग्राफी और दिल दहलाने वाले सीन इस फिल्म को टॉप हॉरर लिस्ट में ले आते हैं।
डायरेक्टर म्य्स्किन की यह फिल्म डर के साथ इमोशन का बेहतरीन मिश्रण है। इसमें आत्मा डराती जरूर है, लेकिन आखिर में कहानी ऐसा ट्विस्ट देती है कि आंखें नम हो जाएं। यह सिर्फ हॉरर नहीं, एक खूबसूरत अनुभव है।