केदारनाथ और चारधाम की यात्रा पर लाखों लोग जाते हैं. इसका फायदा अब साइबर स्कैमर्स उठाने लगे हैं. इसको लेकर भारत सरकार ने एक चेतावनी भी जारी है. गृह मंत्रालय के तहत आने वाली भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C)ने देशभर में धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाने वाले ऑनलाइन बुकिंग फ्रॉड के बारे में चेतावनी दी है.
यह स्कैम फर्जी वेबसाइट्स, भ्रामक सोशल मीडिया पेज, फेसबुक पोस्ट्स और Google जैसे सर्च इंजन्स पर पेड विज्ञापनों के जरिए किए जा रहे हैं. I4C की एडवाइजरी के मुताबिक, स्कैमर्स प्रोफेशनल दिखने वाली फर्जी वेबसाइट्स, सोशल मीडिया प्रोफाइल्स और वॉट्सऐप अकाउंट्स बनाकर सर्विस ऑफर करते हैं.
वे केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलिकॉप्टर बुकिंग, तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग, ऑनलाइन कैब/टैक्सी सर्विस और हॉलिडे पैकेज या धार्मिक टूर जैसी सर्विस देने का दावा करते हैं. लोग इन पोर्टल्स पर पेमेंट करने के बाद ठगे जाते हैं. पेमेंट करने के बाद उन्हें न तो कोई कन्फर्मेशन मिलता है न ही कोई सर्विस प्रोवाइड करवाई जाती है. इसके अलावा कॉन्टैक्ट नंबर भी बंद हो जाते हैं.
ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए I4C ने कुछ जरूरी टिप्स सुझाए हैं. किसी भी पेमेंट से पहले वेबसाइट की सत्यता जरूर जांच लें. Google, फेसबुक या वॉट्सऐप पर “स्पॉन्सर्ड” या अनजान लिंक्स पर क्लिक करने से पहले उनकी विश्वसनीयता चेक करें. बुकिंग्स सिर्फ ऑफिशियल गवर्नमेंट पोर्टल्स या भरोसेमंद ट्रैवल एजेंसियों के जरिए करें.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर कोई फर्जी वेबसाइट दिखे, तो तुरंत नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें या 1930 पर कॉल करें. केदारनाथ हेलिकॉप्टर बुकिंग के लिए सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट https://www.heliyatra.irctc.co.in का इस्तेमाल करें. सोमनाथ ट्रस्ट की ऑफिशियल वेबसाइट https://somnath.org है, और गेस्ट हाउस बुकिंग भी यहीं से करें.
यह चेतावनी खासकर उन लोगों के लिए जरूरी है जो धार्मिक यात्राओं या छुट्टियों की प्लानिंग कर रहे हैं. स्कैमर्स अक्सर तीर्थयात्रियों की भावनाओं का फायदा उठाते हैं, खासकर केदारनाथ और चार धाम जैसे पवित्र स्थानों के लिए. फर्जी वेबसाइट्स इतनी प्रोफेशनल दिखती हैं कि आम लोग आसानी से झांसे में आ जाते हैं. उदाहरण के लिए, कई फर्जी साइट्स हेलिकॉप्टर बुकिंग के नाम पर सस्ते ऑफर दिखाती हैं, लेकिन पेमेंट के बाद कोई सर्विस नहीं मिलती. सोशल मीडिया पर पेड ऐड्स और व्हाट्सऐप ग्रुप्स में भेजे गए लिंक्स भी ऐसे स्कैम का हिस्सा हैं.
अपने पैसे और डेटा को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा HTTPS से शुरू होने वाली वेबसाइट्स चेक करें और URL में कोई गलती या अजीब बदलाव नजर आए तो सावधान रहें. ऑफिशियल पोर्टल्स पर बुकिंग डिटेल्स, जैसे हेलिकॉप्टर शेड्यूल या होटल की उपलब्धता, पहले से वेरिफाई करें. अगर कोई डील “टू गुड टू बी ट्रू” लगे, तो उसे इग्नोर करें. साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें, क्योंकि जल्दी एक्शन से आपका पैसा रिकवर होने की संभावना बढ़ जाती है.
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