1200 SIM Card के साथ पकड़ा गया लोगों को Online लूटने वाला, ऐसे करता था फँसाने का काम, हो जाएँ सावधान

पार्ट टाइम नौकरी घोटाले इन दिनों बहुत आम हो गए हैं। हम देख रहे हैं कि इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। 

असल में इन ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में लोगों को बार बार चेतावनी देने के बाद भी इस तरह की घटना हो रही हैं। 

असल में Cyber Crime करने वाले नई नई स्कीम लगाकर लोगों को लूटने के नए नए तरीके ढूंढ ही लेते हैं। 

इसी कारण बार बार चेतावनी देने के बाद भी कई उपयोगकर्ता अभी भी इनमें फंस रहे हैं। 

अब, एक नए ऑनलाइन घोटाले में एक 30 वर्षीय व्यक्ति और उसके दोस्त शामिल पाएं गए हैं। 

ये लोग एक साथ मिलकर पार्ट टाइम नौकरी की पेशकश के नाम पर सैकड़ों लोगों को धोखा दे रहे थे। 

हालांकि अब इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है, ऐसा माना जा रहा है कि इन लोगों ने Online Fraud करके 1.42 करोड़ रुपये लूटे हैं। 

अनिल कुमार मीना ने अपने सहयोगियों के साथ आकर्षक पार्ट टाइम नौकरियों का वादा करके और...

लुभावने लुभावने ऑफर देकर इस Online धोखाधड़ी की योजना को अंजाम दे रहा था...

जिसमें Google, टेलीग्राम और इंस्टाग्राम जैसे जाने माने सोशल प्लेटफार्मों पर रेटिंग का रिव्यू आदि था। 

रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों ने न केवल ज्यादा रिटर्न के झूठे वादे के साथ पीड़ितों को ठगा...

बल्कि अलग अलग तरह से आम जनता को निशाना बनाया, उन्हें शेयर बाजार में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया। 

इस कार्यप्रणाली में विश्वास हासिल करने के लिए शुरुआती बेनेफिट आदि भी यूजर्स को लौटाए गए। 

हालांकि जैसे ही एक बार लालच के कारण बड़ी रकम दे देने के बाद यूजर्स फंस जाते थे, असल में बाद निवेश मिल जाने के बाद...

Online CyberCrime को अंजाम देने वाले अपने फोन को डिस्कनेक्ट करने से पहले तुरंत अपने अकाउंट में उस पैसे को ट्रांसफर कर लेते थे। 

इसके बाद अपना नंबर बंद करके कहीं गुम हो जाते थे, ऐसे करके इन लोगों ने लगभग सैंकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है। 

कथित तौर पर पुलिस को गिरफ्तार संदिग्ध के कब्जे से 1,200 सिम कार्ड और कई फोन मिले हैं। 

इससे पता चलता है कि इस घोटाले से सैकड़ों उपयोगकर्ता प्रभावित हुए हैं। 

कथित तौर पर मीना ने संभावित पीड़ितों के साथ ऑनलाइन बातचीत करने के लिए एक फर्जी कंपनी भी स्थापित की थी...

इसके बाद इस व्यक्ति ने लोगों को इस कंपनी से उन्हें 200 रुपये के शुरुआती बोनस का लालच दिया गया था। 

फर्जी गतिविधियां यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और अन्य ऑनलाइन तरीकों के माध्यम से लोगों को पैसे ट्रांसफर करने के लिए धोखा देने तक फैली हुई थीं।

हम आपको ऊपर ही बता चुके हैं कि बार बार चेताने के बाद भी लोग ऐसे मामलों में फंस जाते हैं। 

हालांकि एक बार फिर से हम आपको यह बता देते है कि आपको किसी भी अनजान कॉल पर किसी भी प्रकार से विश्वास नहीं करना चाहिए। 

अगर आपको कोई कॉल करके कुछ कहानी बताता है तो आपको उस कहानी को सबसे पहले वेरीफाई करना जरूरी है। 

अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके लालच के कारण आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं और Online Fraud आदि का शिकार हो सकते हैं।