---अल्फिया खानम
यह फिल्म मौत के पीछा करने वाली ताकत की कहानी है। इसमें, एक समूह के लोग दुर्घटना में मरने से बच जाते हैं, लेकिन मौत उन्हें एक-एक कर अपने पंजे में खींच लेती है।
यह फिल्म एक समूह की कहानी है, जो मौत का सामना करने के बाद फिर से जीवित होने की कोशिश करता है। लेकिन मौत के बाद की दुनिया से जुड़ी खौ़फनाक घटनाएं उनके पीछे आ जाती हैं, जो उन्हें सता देती हैं।
एक महिला अपने बच्चों के साथ एक पुरानी हवेली में रहती है, जहां अजीब घटनाएं घटने लगती हैं। फिल्म में यह दिखाया गया है कि मृतात्माएं अब भी जिन्दा हैं और उनका प्रभाव ज़िंदगी पर होता है।
यह फिल्म एक छोटे लड़के की कहानी है, जो मृत लोगों को देख सकता है। यह फिल्म हमें यह समझाती है कि मौत के बाद की दुनिया से जुड़े लोग अपने अधूरे कामों को पूरा करने के लिए वापस आते हैं।
यह फिल्म एक शव के पोस्टमॉर्टम के दौरान सामने आती अजीब घटनाओं की कहानी है। जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है, मरे हुए शरीर के अंदर एक गहरी रहस्यमयी ताकत छिपी होती है, जो मौत के बाद भी जारी रहती है।
यह फिल्म एक व्यक्ति की कहानी है, जो मृतकों से बात करने का दावा करता है। फिल्म में दिखाया गया है कि मौत के बाद भी कुछ आत्माएं बाकी रहती हैं और उनका उद्देश्य बाकी लोगों को डरा देना होता है।
यह फिल्म एक छोटे से गांव में स्थित कब्रिस्तान की कहानी है, जहाँ लोग मृतकों को फिर से जिंदा करने के प्रयास करते हैं। लेकिन हर बार मौत के बाद का जीवन और भी खतरनाक होता है।
यह फिल्म एक काल्पनिक हॉरर-कॉमेडी है, जो एक मृत दंपति की कहानी बताती है, जो एक नई जोड़ी को डराने की कोशिश करते हैं। यह फिल्म साबित करती है कि मौत के बाद भी बुरा प्रभाव और घटनाएं जारी रहती हैं।
यह फिल्म एक परिवार की कहानी है, जिसमें एक बच्चा एक अजनबी दुनिया में फंस जाता है। यह फिल्म यह दिखाती है कि मृत्यु के बाद एक भूतिया दुनिया होती है, जिसमें कुछ चीजें हमें नष्ट करने के लिए तैयार होती हैं।