दिवाली पर इन नए नए स्कैम के हो न जाना शिकार, अभी से हो जाओ सतर्क, कहीं ख़ुशी में खलल न पड़ जाए

दिवाली पर इन नए नए स्कैम के हो न जाना शिकार, अभी से हो जाओ सतर्क, कहीं ख़ुशी में खलल न पड़ जाए

भारत में फेस्टिव सीजन का मतलब होता है ढेर सारी खरीदारी, ऑफर्स और डिस्काउंट्स की तगड़ी बारिश। खासकर दीवाली के मौके पर, जब हर कोई ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सबसे बेहतरीन डील्स ढूंढने में लगा रहता है। इसी दौरान साइबर ठग भी पूरी तैयारी के साथ एक्टिव हो जाते हैं, ताकि आपकी ज़रा सी लापरवाही उन्हें फायदा पहुंचा सके। इस बार के त्योहार में, Instagram और WhatsApp जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सबसे ज़्यादा स्कैम देखने को मिल रहे हैं, जहां लोगों को फर्जी ऑफर्स और गिफ्ट्स के नाम पर ठगा जा रहा है।

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आइये जानते है कि किस तरह से आम लोगों को दिवाली के मौके पर फंसाया जा सकता है और कैसे आम जनता इस तरह के स्कैम आदि से अपने आप को सुरक्षित रख सकती है, हम आपको यहाँ सम्पूर्ण जानकारी डिटेल में देने वाले हैं।

दीवाली डिस्काउंट्स का जाल

दीवाली स्पेशल सेल या बंपर डिस्काउंट का झांसा, यही सबसे आम तरीका है। ठग आपको आकर्षक वाउचर या लिंक भेजते हैं, जिन पर लिखा होता है, ‘क्लिक करें और पाएं 80% तक छूट!’ जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं, आप नकली वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। यहां आपकी बैंक जानकारी या लॉगिन डिटेल्स चोरी की जा सकती हैं, और कुछ मामलों में सीधा पैसों का नुकसान भी हो जाता है।

WhatsApp पर फिशिंग मैसेज का जाल

त्योहारी सीजन में ठग ‘दीवाली गिफ्ट पाएं’ या ‘फ्री बोनस ऑफर’ जैसे मैसेज भेजते हैं। जैसे ही कोई यूज़र उस लिंक पर क्लिक करता है, उसके फोन से डेटा चोरी हो जाता है। ये लिंक देखने में असली लगते हैं, लेकिन असल में ये आपकी निजी जानकारी चुराने के लिए बनाए जाते हैं।

फ्री गिफ्ट्स और नकली इनाम आदि का जाल

Instagram और WhatsApp पर कई यूज़र्स को ‘आपने फ्री iPhone जीता है!’ या ‘बस 499 रुपये में कूरियर चार्ज देकर गिफ्ट पाएं!’ जैसे मैसेज मिलते हैं। इस तरह के मैसेज को देखकर लोग पैसे ट्रांसफर कर देते हैं, लेकिन इसके बाद ठग गायब हो जाते हैं और पीड़ित को सिर्फ पछतावा मिलता है।

नकली दीवाली इवेंट्स और गिफ्ट कार्ड्स

कई बार अनजान नंबर से किसी इवेंट या गिफ्ट कार्ड का लिंक भेजा जाता है। कहा जाता है कि ‘आपके पास VIP एंट्री का मौका है’, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ होता ही नहीं। कुछ लिंक तो आपके फोन में वायरस या मैलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं, जिससे आपकी प्राइवेसी और बैंकिंग डेटा दोनों खतरे में आ जाते हैं।

कैसे करें खुद को सुरक्षित?

दीवाली का असली मज़ा सुरक्षित रहकर ही लिया जा सकता है। अगर कोई अनजान व्यक्ति ऑफर या लिंक भेजे, तो तुरंत उसे इग्नोर करें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी विश्वसनीयता की जांच करें। किसी अजनबी को अपनी बैंक डिटेल्स या ओटीपी बिल्कुल न दें। अगर कोई ऑफर बहुत अच्छा लग रहा है, तो समझ लें कि वो शायद असली नहीं है।

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Ashwani Kumar

Ashwani Kumar

Ashwani Kumar has been the heart of Digit Hindi for nearly nine years, now serving as Senior Editor and leading the Vernac team with passion. He’s known for making complex tech simple and relatable, helping millions discover gadgets, reviews, and news in their own language. Ashwani’s approachable writing and commitment have turned Digit Hindi into a trusted tech haven for regional readers across India, bridging the gap between technology and everyday life. View Full Profile

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