विंडोज़ में SSD के परफॉर्मेन्स को कैसे ऑप्टिमाइज करें

विंडोज़ में SSD के परफॉर्मेन्स को कैसे ऑप्टिमाइज करें
HIGHLIGHTS

प्रोमोशनल फीचर : विंडोज़ में SSD के परफॉर्मेन्स को ऑप्टिमाइज करने के लिए वो सारी चीजें जिसे आपको जानने की जरूरत है, आसान स्टेप्स में समझार्इ गर्इ हैं।

जैसा कि विदित है, आपके PC में लगभग सभी कम्पोनेंट का बेहतर परफॉर्मेन्स पाने के लिए ट्विक्ड किया जा सकता है, SSDs अलग नहीं है। बहुत सारे लोग नहीं जानते हैं कि SSDs से मैक्सिमम परफॉर्मेन्स को ऊज आउट करने के लिए उनके सिस्टम में कुछ भिन्न सेटिंग्स को एडजस्ट किया जा सकता है और इस बात को समझते हुए हमलोग आश्चर्यचकित नहीं हैं। बार्इ डिफॉल्ट SSDs अविश्वसनीय रूप से क्विक होता है और उनके पूर्ण उपयोग की सोच जो कि उनके फर्स्ट प्लेस में उपयोग करने पर स्पीडी ट्रांसफर ब्लर पैदा होता है, उसी में छिपा रहता है। SSDs को ऑप्टिमाइज करना सबसे अच्छा है क्योंकि यह आपके सिस्टम में बार्इ डिफॉल्ट ऑप्टिमाइज्ड हो कर नहीं आता है। चलिये आपके SSD को ऑप्टिमाइज करने के कुछ आसान और महत्वपूर्ण स्टेप्स को समझें, एक समय पर एक सेटिंग।

अच्छा SSD खरीदें

जब SSD खरीदना होता है, तब अच्छा सेलेक्ट करना हमेशा से अधिकतर परफॉर्मेन्स बैटल को जीतने में मदद करता है और इसलिए आपको चतुर और इन्फॉर्म्ड डिसीजन लेना चाहिए और अपने बजट में उपलब्ध SSD का चयन करें। किंग्सटन, इनके स्टोरेज में एक्सपरटाइज के साथ SSD खरीदते समय चुनने के लिए कर्इ ऑप्शन्स रहते हैं और निश्चय ही आप अपने बजट में सर्वोत्तम पा लेंगे। आप अपने लैपटॉप और PC के लिए सही SSD के चयन के मामले में पहले के आलेख को भी देख सकते हैं या SSD के प्रयोग के लाभ के बारे में जान सकते हैं।

AHCI मोड को इनेबल करें:

SSD के ऑप्टिमाइजेशन के दौरान AHIC मोड को इनेबल करना पूर्णतया अनिवार्य होता है। आप Bios/EFI सिस्टम के द्वारा AHIC को इनेबल कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने सिस्टम के लिए प्री-डिफाइंड-की को प्रेस करके बूट के दौरान BIOS सिस्टम में जा सकते हैं। अधिकतर सिस्टम के लिए यह ‘Del’, ‘F2’ या ‘F10’ है मगर यह आपके मदर बोर्ड मैन्यूफैक्चरर के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। अब BIOS के मेन्यू में संबंधित हार्ड ड्राइव या स्टोरेज को लोकेट करने का प्रयास करें। यदि आपने एक बार स्टोरेज ऑप्शन्स को लोकेट कर लिया, तो  SATA कंट्रोलर मोड को AHIC में बदल दें। यदि आप निश्चित नहीं हैं कि AHIC इनेबल्ड है या नहीं, तो आप विंडोज़ के रन डायलॉग बॉक्स के ज़रिये ‘regedit’ ओपेन करके इसे चेक कर सकते हैं

ड्राइवर्स अपडेट करें:

अपडेटिंग ड्राइवर्स बहुत सारे सुधार करता है और मैन्यूफैक्चरर्स से बग फिक्स करता है, इसलिए ड्राइवर्स को रोज अपडेट करना जरूरी हो जाता है। यह इसलिए भी करना चाहिए क्योंकि जब चीपसेट ड्राइवर्स अपडेट होता है तब हम TRIM को इनेबल करते हैं। TRIM एक आवश्यक कमांड है जो OS को अलाउ करता है कि SSD को ब्लॉक्स ऑफ डेटा के बारे में सूचित करे जो बहुत दिनों से प्रयोग में नहीं है जिसे मेमोरी से पूरी तरह हटाया जा सकता है। इसका मतलब यह होता है कि TRIM मुख्य रूप से SSD से डेटाज के अनयूज्ड ब्लॉक को इरेज करवाता है। अत: TRIM एक बहुत ही प्रमुख फंक्शन है जो SSD के परफॉर्मेन्स को बढ़ाने के साथ साथ इसके लाइफ स्पैन को भी बढ़ाता है।

साथ ही, यदि आप चेक करना चाहते हैं कि TRIM इनेबल्ड है या नहीं, तो आप निम्न स्टेप को फॉलो कर सकते हैं :-
1. ‘‘WIN’’+’’R’’ की का कम्बीनेशन यूज कर रन डायलॉग बॉक्स को लायें;
2. कमांड प्रॉम्प्ट को खोलने के लिए रन बॉक्स में ‘‘cmd’’ टाइप करें;
3. एक बार यदि कमांड प्रॉम्प्ट विंडो खुल जाता है तो बिना डबल कोट के यह टाइप करें : “fsutil behavior query DisableDeleteNotify” 
4. ‘‘एंटर’’ प्रेस करें;
5. ‘एंटर’ प्रेस करने के बाद, यदि रिजल्ट 0 दिखार्इ पड़ता है, तब इसका मतलब है कि TRIM इनेबल्ड है लेकिन यदि 1 दिखार्इ देता है तब TRIM आपके सिस्टम पर डिसेबल्ड है।

आपके SSD के बारे में TRIM सहित सारी जानकारियों को सॉफ्टवेयर- CrystalDiskInfo का प्रयोग करके पाने का आसान तरीका है जो पूरी तरह से इसके बारे में सूचनाओं को प्रदान करता है।

SSD फर्मवेयर को अपडेट करें;

जब कोर्इ नया SSD बाजार में आता है तो इसमें कोर्इ आश्चर्य नहीं कि SSDs कुछ बग्स से प्रभावित हो जायें। आपके पास नया SSD है जो वेयर्डली बिहेव कर रहा है या डेटा स्टोरेज, ट्रांसफर तथा कुछ अन्य से संबंधित इश्यू है तो यह बग्स के कारण हो सकता है। लेकिन परेशान न हों क्योंकि बहुत से मैन्यूफैक्चरर्स उन बग्स को समाप्त करने हेतु अपने SSDs के लिए फर्मवेयर अपडेट्स रिलीस करते रहते हैं। इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि जब कोर्इ SSD नया आता है तो आप अपने SSD के फर्मवेयर को अपडेट करें। यह भी नोट करें कि कुछ अपडेट्स SSD को पूरी तरह इरेज कर देंगे और SSD फर्मवेयर को अपडेट करने के पहले, आपको हमेशा ही अपने डेटा का बैक अप कर लेना चाहिए।

डिस्क इंडे​क्सिंग :

मेकेनिकल हार्ड ड्राइव्स के लिए लोकप्रिय। डिस्क इंडे​क्सिंग मूल रूप से फाइल्स को एक्सेस करने के लिए HDD द्वारा लिये गए समय को कम करता है और इसप्रकार जहां तक HDD का संबंध है, इसके परफॉर्मेन्स को बढ़ाता है। लेकिन SSD के लिए HDDs की अपेक्षा इसका रिस्पॉन्स टाइम बार्इ डिफॉल्ट बहुत ही कम होता है और SDD के लिए डिस्क इंडे​क्सिंग की कोर्इ खास जरूरत नहीं होती है। यह उससे लिमिटेड नहीं है कि डिस्क इंडे​क्सिंग SSD की लाइफ को पोटेंशियली कम कर देता है इसलिए अच्छा यही होगा कि आप अपने सिस्टम पर डिस्क इंडे​क्सिंग को डिसेबल कर दें। डिस्क इंडे​क्सिंग का डिसेबलिंग आसान है। इन स्टेप्स को फॉलो करें :

1. विंडोज़ एक्सप्लोरर को ओपेन करें;
2. कनेक्टेड ड्राइव्स की सूची में से SSD को लोकेट करें;
3. SSD पर राइट क्लिक करें और प्रॉपर्टीज को सेलेक्ट करें;
4. यदि प्रॉपर्टीज विंडो शो अप होता है तो ‘जेनरल’ टैब पर जायें;
5. ‘जेनरल टैब’ के अंदर नीचे आपको चेक बॉक्स मिलेगा जिसपर लिखा रहता है: “Allow files on this drive to have contents indexed in addition to file properties”, इस ऑप्शन को अनचेक करें;
6. ‘‘Apply’’ पर क्लिक करें;
7. ‘‘OK’’ पर क्लिक करें;

SSDs को डिफ्रैग्मेंट न करें :

एक खास पीरियड के बाद फ्रैग्मेंटेड डेटा से मुक्ति पाने के लिए और HDD को इम्प्रूव करने के लिए HDD का डिफ्रैग्मेंटिंग जरूरी होता है मगर आपको SDDs को कभी कभी डिफ्रैग्मेंट नहीं करना चाहिए। SSDs पर, स्टोरेज सेक्टर में लिमिटेड नंबर में राइट्स उपलब्ध होते हैं और SSD का डिफ्रैग्मेंटिंग करने पर अवांछित मात्रा में राइट्स होगा क्योंकि डिफ्रैग्मेंटेशन के समय कर्इ सारे फाइल मूव करते हैं। इसलिए SSD का डिफ्रैग्मेंटेशन पूरी तरह से मना है। यदि आपने इसे अपने सिस्टम में इनेबल कर रखा है तो आपको SSD के डिफ्रैग्मेंटेशन से बचने के लिए, शेड्यूल डिफ्रैग्मेंटेशन को टर्न ऑफ कर देना चाहिए।

पेजिंग फाइल्स :

विंडो पेज फाइल का आइडिया यह है कि प्रारंभिक रूप से इसका मतलब डिस्क में मेमोरी डेटा को इंटरचेंजिंग या स्वैपिंग आउट द्वारा इसकी मेमोरी में फ्री स्पेस रखना। इस काम को यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है ताकि यदि हम कभी कर्इ प्रोग्राम्स एक साथ रन करें तो मेमोरी फुल न हो जाए। अधिकतर मामलों में आजकल लोग 4GB का रैम रखते हैं जिसमें से शायद ही वास्तव में 2-3 GB मेमोरी यूज होता है। यह वह परिस्थिति है जब आप बिना किसी ड्रॉबैक के पेज फाइल को डिसैबल कर सकते हैं और इस प्रोसेस में बहुत सारा SSD राइट्स सेव कर लेते हैं। पेज फाइल डिसैबल करने के लिए निम्न प्रक्रिया का पालन करें:

1. ‘‘Computer’’ पर राइट क्लिक करें और लिस्ट से ‘‘Properties’’ को सेलेक्ट करें;
2. प्रोपर्टीज में “Advanced System Settings” टैब पर जायें;
3. ‘performance’ फील्ड में ‘‘Setting’’ को क्लिक करें और बाद में ‘Advanced’ टैब पर जायें;
4. एडवांस्ड टैब में ‘‘visual memory’’ फील्ड के अंदर दिख रहे ‘‘Change’’ बटन को क्लिक करें;
5. ड्राइव्स की लिस्ट में अपने SSD को लोकेट और सेलेक्ट करें और इसके लिए ‘No paging file’ ऑप्शन को सेलेक्ट करें;
6. इस ऑप्शन को सेट करने के लिए ‘‘Set’’ पर क्लिक करें और जब हो जाय तो ‘‘OK’’ क्लिक करें।

परफॉर्मेन्स मेजर करें:

एक बार जब SSD ऑप्टिमाइस हो जाता है, तब आप इसके परफॉर्मेन्स को ‘‘CrystalDiskMark, AS SSD, ATTO डिस्क बेंचमार्क’’ जैसे तथा कुछ अन्य बेंचमा​र्किंग सॉफ्टवेयर से हमेशा चेक कर सकते हैं। ये सारे सॉफ्टवेयर SSD की जांच करेंगे और संपूर्ण परफॉर्मेन्स रिपोर्ट्स देंगे।

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