यह दो बहनों, बड़की (राधिका मदान) और छुटकी (सान्या मल्होत्रा) की कहानी है, जो हमेशा एक-दूसरे से लड़ती रहती हैं. दोनों को लगता है कि वे साथ नहीं रह सकतीं, लेकिन जब उनकी शादी हो जाती है, तो अहसास होता है कि वे एक-दूसरे के बिना अधूरी हैं.
यह फिल्म महावीर फोगाट और उनकी बेटियों गीता और बबीता की कहानी है. इसमें महावीर खुद पहलवान बनना चाहते थे, लेकिन यह सपना पूरा नहीं कर सके तो वे अपनी बेटियों को कुश्ती सिखाते हैं और समाज की सोच को बदलते हुए उन्हें चैंपियन बनाते हैं. गीता राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करती है.
इस फिल्म में एक फोटोग्राफर रफी (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) मुंबई की सड़कों पर फोटो खींचता है. इसमें रफी दादी चाहती है कि वह शादी कर ले, तो वह मिलोनी (सान्या मल्होत्रा) नाम की लड़की से शादी करता है.
यह संध्या की कहानी है, जिसका पति शादी के कुछ महीनों बाद ही गुजर जाता है. सभी को उम्मीद होती है कि वह बहुत दुखी होगी, लेकिन उसे अपने ही दुख का अहसास नहीं होता, इसी दौरान उसे अपने बारे में बहुत कुछ समझने और अपनी नई पहचान बनाने का मौका मिलता है.
यह मीनाक्षी और सुंदरश्वर की शादी की कहानी है. इसमें सुंदरश्वर को शादी के तुरंत बाद सुंदरश्वर को जॉब के लिए दूसरे शहर जाना पड़ता है, जिससे वे लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में आ जाते हैं.